इंडियन आर्मी में अब महिला सैनिकों, नेवी में महिला सेलर्स और एयरफोर्स में महिला एयर वॉरियर्स को ऑफिसर्स की तरह ही मेटरनिटी, चाइल्ड केयर और चाइल्ड अडॉप्शन लीव मिलेगी। चाहे कोई ऑफिसर हो या सैनिक सब पर ये नियम एक तरह से लागू होंगे। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। बता दें कि प्रस्ताव को मंजूरी के बाद मातृत्व, बच्चों की देखभाल और बच्चे गोद लेने की प्रक्रिया के लिए महिला सैनिकों, महिला नौसैनिकों और महिला वायुसैनिकों को अपने अधिकारियों की तरह ही छुट्टियां और अन्य सुविधाएं मिलेंगी।
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक इससे सेना में महिलाओं को पारिवारिक और सामाजिक मुद्दे डील करने में भी मदद मिलेगी। इससे मिलिट्री में महिलाओं की वर्क कंडीशन में सुधार होगा और वे अपनी प्रफेशनल और फैमिली लाइफ को बेहतर तरीके से मैनेज कर पाएंगी।
रक्षा मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि यह कदम रक्षा मंत्री के उस फैसले के मुताबिक है, जिसमें सुरक्षा बलों में सभी महिलाओं की समावेशी सहभागिता की बात कही गई है। यह फैसला सेना में महिलाओं के काम के हालत को बेहतर बनाएगा और उन्हें सामाजिक और प्रोफेशनल जीवन में संतुलन बनाने में मदद मिलेगी। बता दें कि अग्निवीर महिलाओं को भी यही सुविधाएं मिलेंगी।
इंडियन एयरफोर्स को भी जल्द ही महिला अग्निवीर ( एयर वॉरियर्स) मिल जाएंगे। एयरफोर्स के अग्निवीर के पहले बैच में महिलाएं नहीं थी क्योंकि तब उनके लिए इंफ्रास्ट्रक्चर और जरूरी सुविधाएं तैयार की जा रही थी। एयरफोर्स ने दूसरे बैच में महिला अग्निवीर भी भर्ती की गईं और अभी उनकी ट्रेनिंग चल रही है। ये बैच दिसंबर में पास आउट होकर एयरफोर्स में शामिल होगा।
इंडियन आर्मी में 2019 से महिलाओं की सैनिक के तौर पर भी भर्ती शुरू हुई। महिलाएं कोर ऑफ मिलिट्री पुलिस में सैनिक के तौर पर तैनात हैं। अग्निपथ स्कीम लागू होने के साथ ही अब अग्निवीर के तौर पर महिलाएं कोर ऑफ मिलिट्री पुलिस में भर्ती हो रही हैं। इंडियन नेवी में अग्निपथ स्कीम लागू होने के साथ ही अग्निवीर के तौर पर महिला सेलर्स की भी भर्ती शुरू हुई। नेवी के अग्निवीर के पहले बैच में 2600 अग्निवीर थे, इसमें 273 महिला अग्निवीर भी शामिल थीं।
Compiled: up18 News
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