एशियन गेम्स में निष्पक्ष ट्रायल की मांग करते हुए देश की कई महिला पहलवानों ने प्रधानमंत्री मोदी, भारतीय ओलंपिक संघ और भारतीय कुश्ती संघ के एड-हॉक पैनल को पत्र लिखा है.
पत्र लिखने वाली खिलाड़ियों में कॉमनवेल्थ गेम्स और एशियन चैंपियनशिप में मेडल जीत चुकी पहलवान भी शामिल हैं.
भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के ख़िलाफ़ धरना देने वाले छह पहलवानों को ओपन ट्रायल से राहत दी गई थी.
दूसरे अन्य पहलवान इस फ़ैसले से नाखुश हैं और निष्पक्ष ट्रायल की मांग कर रहे हैं.
आने वाली 22 और 23 जुलाई को एशियन गेम्स के लिए अलग-अलग वेट कैटेगरी में पहलवानों का ओपन ट्रायल होना है. ट्रायल से पहले इसके प्रोसेस को लेकर सवाल उठ रहे हैं.
रोहतक की खिलाड़ियों ने भी किया विरोध
रोहतक के सर छोटू राम अखाड़ा की 24 महिला पहलवानों ने भी स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के जनरल संदीप प्रधान को पत्र लिखकर कहा है कि प्रदर्शन करने वाले पहलवानों को मिलने वाली किसी भी राहत को स्वीकार नहीं करेंगे, चाहे वो वो टू-स्टेज ट्रायल हो या ट्रायल से राहत.
6 पहलवानों को मिली ट्रायल से राहत
खेल मंत्रालय के निर्देश के अनुसार धरना प्रदर्शन में शामिल रहे 6 पहलवानों को इस ट्रायल से छूट दे दी गई है. भारतीय कुश्ती संघ की एडहॉक कमेटी का कहना है कि इन पहलवानों का अलग ट्रायल 8 से 10 अगस्त के बीच कराया जाएगा. इसमें इनका मुकाबला ओपन ट्रायल में अच्छा प्रदर्शन करने वाले पहलवानों से होगा.
Compiled: एजेंसी
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