NEET PG 2022 की परीक्षा के लिए अनिवार्य इंटर्नशिप की समय-सीमा बढ़ाने के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने छात्रों के प्रतिनिधिमंडल को केंद्र सरकार के पास जाने को कहा है। साथ ही शीर्ष अदालत ने केंद्र सरकार को भी हिदायत दी है कि वे प्रतिनिधिमंडल के प्रस्ताव के मिलने के एक हफ्ते में इस पर तेजी से काम करें।
सुप्रीम कोर्ट में मंगलवार आठ फरवरी को नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट-पोस्टग्रेजुएट परीक्षा 2022 को स्थगित करने और उम्मीदवार छात्रों को अनिवार्य इंटर्नशिप पूरा करने की समय सीमा बढ़ाने संबंधी याचिका पर सुनवाई हुई थी। यह याचिका एमबीबीएस छात्रों के एक समूह द्वारा दायर की गई थी। क्योंकि वे कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई अपना योगदान दे रहे थे और ड्यूटी के कारण इंटर्नशिप समय पर पूरी नहीं कर पा रहे थे।
जस्टिस चंद्रचूड़ और जस्टिस सूर्यकांत की पीठ ने की सुनवाई
जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ और जस्टिस सूर्यकांत की पीठ ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा-स्नातकोत्तर (NEET PG 2022) परीक्षा मामले में मंगलवार, दोपहर दो बजे सुनवाई शुरू की थी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा चूंकि, केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से नीट पीजी परीक्षा 2022 को पहले ही स्थगित किया जा चुका है। पहले नीट पीजी परीक्षा का आयोजन 12 मार्च 2022 को निर्धारित था, जिसे टालकर 21 मई कर दिया गया है। वहीं, छात्रों की याचिका को देखते हुए केंद्र सरकार ने नीट पीजी परीक्षा प्रक्रिया को भी आगे बढ़ा दिया था।
आवेदन की समय-सीमा 15 मार्च तक
हाल ही में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के परामर्श के आधार पर राष्ट्रीय परीक्षा बोर्ड ने नीट पीजी 2022 का संशोधित शेड्यूल भी जारी कर दिया है। संशोधित शेड्यूल के अनुसार, नीट पीजी परीक्षा 21 मई को होनी है और आवेदन की समय-सीमा 15 मार्च तक ही है। ऐसे में इंटर्नशिप की समय-सीमा बढ़ाने के लिए उम्मीदवारों को केंद्र सरकार के समक्ष प्रतिनिधित्व करना चाहिए। केंद्र सरकार को भी निर्देश दिया कि वे प्रतिनिधिमंडल की मांगों पर जल्द विचार करें। छात्रों ने याचिका में दावा किया था कि कई एमबीबीएस स्नातक छात्र अनिवार्य इंटर्नशिप अवधि पूरी न होने के कारण मार्च 2022 की नीट परीक्षा नहीं दे पाएंगे। इसलिए नीट पीजी 2022 की परीक्षा टाल देनी चाहिए और इंटर्नशिप की समय-सीमा बढ़ानी चाहिए।
-एजेंसियां