आगरा: ताजमहल के 500 मीटर दायरे में डोर-टू-डोर सर्वे कर व्यापारिक, होटल और घरेलू गतिविधियां जुटा रही नीरी

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ताजमहल के 500 मीटर दायरे का सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर अध्ययन

आगरा: ताजमहल के 500 मीटर के दायरे में व्यापारिक गतिविधियों के प्रभाव का अध्ययन करने के लिए आई नेशनल इनवायरमेंटल इंजीनियरिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट (नीरी) की टीम ने ताजगंज में डोर-टू-डोर सर्वे किया।

टीम ने तीन श्रेणियों में व्यावसायिक गतिविधियों को बांटा है। पहली श्रेणी में व्यापारिक व औद्योगिक प्रतिष्ठान, दूसरी में होटल व रेस्टोरेंट और तीसरी में घरेलू गतिविधियों का ब्योरा जुटाया जा रहा है।

नीरी के मुख्य वैज्ञानिक एसके गोयल के नेतृत्व में पांच सदस्यीय वैज्ञानिकों की टीम ने बृहस्पतिवार को तीसरे दिन स्मारक की 500 मीटर परिधि में डोर-टू-डोर सर्वे किया। श्रेणी वार प्रारूप पर स्थानीय लोगों से सूचनाएं एकत्र कीं। साथ ही गैस सिलेंडर से लेकर अलाव जलाने, पेट्रोल व डीजल वाहन, जनरेटर सेट व अन्य आंकड़े भी जुटाए। ताजमहल के अंदर लगे वायु प्रदूषण मापी यंत्र का दो साल का ब्योरा मांगा है। ताजगंज मोक्षधाम में विद्युत व पारंपारिक ढंग से शवदाह, लकड़ी प्रयोग व अन्य जानकारियां भी एडीए से मांगी हैं। आज शुक्रवार को भी नीरी की टीम का सर्वे जारी है।

इस बीच सुप्रीम कोर्ट में याचिकाकर्ता एवं ताजमहल पश्चिमी गेट एसोसिएशन के अध्यक्ष अमर सिंह राठौर का कहना है कि सर्वे टीम हमारा भी पक्ष सुने। कई तथ्यों को नजर अंदाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि नीरी की टीम ने एक पक्ष को सुना है। दोनों पक्षों को सुनने के बाद ही रिपोर्ट बनाई जाए।

नीरी की टीम ने बुधवार को शिल्पग्राम, पूर्वी गेट, पश्चिमी गेट, ताजगंज और पार्किंग का निरीक्षण किया था। पांच सौ मीटर दायरे में टीम को पुराने वाहन और जनरेटर धुआं उगलते मिले। नीरी के मुख्य वैज्ञानिक एसके गोयल ने बताया कि सात जनवरी तक निरीक्षण और सर्वे चलेगा। संचालित गतिविधियों की जानकारी ली जा रही है, जिनमें कितने वाहन आते हैं। धुआं का उत्सर्जन, जनरेटर सेट की स्थिति और प्रदूषण से होने वाले प्रभावों का ब्योरा एकत्र किया जा रहा है। इसके आधार पर रिपोर्ट कंपाइल होगी।

उन्होंने कहा कि अध्ययन के बाद सुझाव सुप्रीम कोर्ट में प्रस्तुत किए जाएंगे। गौरतलब है कि विगत 26 सितंबर को सुप्रीमकोर्ट ने ताजमहल के पांच सौ मीटर के दायरे में व्यापारिक गतिविधियों को रोकने के आदेश दिए थे, जिसके विरुद्ध ताजगंज के व्यापारियों ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की। कोर्ट ने रोक हटाते हुए नीरी से अध्ययन कराने के आदेश दिए हैं। इसी क्रम में नीरी की टीम यहां आई है।