चीन और पाकिस्‍तान की नौसेना ने शंघाई के पास शुरू किया संयुक्‍त अभ्‍यास

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भारत के दो दुश्‍मनों चीन और पाकिस्‍तान की नौसेना ने शंघाई के पास एक सैन्‍य बंदरगाह पर संयुक्‍त अभ्‍यास सी गार्डियन-2 को शुरू कर दिया है। इस 4 दिनों तक चलने वाले अभ्‍यास का मकसद समुद्री खतरे का मिलकर सामना करने की क्षमता और द्विपक्षीय रक्षा संबंध को बढ़ाना है। इस दौरान दुश्‍मन की पनडुब्बियों को भी तबाह करने का अभ्‍यास किया जाएगा। इस बीच चीन की नौसेना के प्रवक्‍ता कैप्‍टन लियू वेनशेंग ने दावा किया है कि यह अभ्‍यास पहले से आयोजित है और किसी तीसरे देश के खिलाफ नहीं है।

कैप्‍टन लियू ने कहा कि यह अभ्‍यास शंघाई के तट पर समुद्र और हवाई इलाके में अंजाम दिया जाएगा। इसके दो चरण होंगे। पहले चरण में बंदरगाह पर प्‍लानिंग और समुद्री अभ्‍यास शामिल है। पाकिस्‍तानी और चीनी नौसैनिक इस दौरान ऑपरेशन की प्‍लानिंग बनाएंगे। दूसरे चरण में ट्रेनिंग कोर्स आयोजित किए जाएंगे। इसमें समुद्री लक्ष्‍यों पर संयुक्‍त रूप से हमला, रणनीतिक अभियान और संयुक्‍त रूप से सबमरीन वॉरफेयर शामिल है।

गाइडेड मिसाइल फ्रीगेट पीएनएस तैमूर हिस्‍सा ले रहा

पाकिस्‍तान की ओर से कमोडोर राशिद महमूद शेख और चीन की ओर से रियर एडमिरल लियू झिगांग इस अभ्‍यास का नेतृत्‍व कर रहे हैं। पाकिस्‍तान की ओर से नौसेना का सबसे आधुनिक गाइडेड मिसाइल फ्रीगेट पीएनएस तैमूर हिस्‍सा ले रहा है। पीएनएस तैमूर उन 4 टाइप 054 A/P फ्रीगेट में शामिल है जिसका निर्माण चीन पाकिस्‍तान की नौसेना के लिए कर रहा है। पाकिस्‍तानी नौसेना में जून 2022 में दूसरा फ्रीगेट शामिल हुआ था।

पीएनएस तैमूर फ्रीगेट तकनीकी रूप से सबसे आधुनिक है और सतह से सतह, सतह से हवा और समुद्र के अंदर जोरदार हमले की ताकत रखता है। यही नहीं यह फ्रीगेट बड़े पैमाने पर जासूसी करने की क्षमता से भी लैस है। चीन की ओर से भी गाइडेड मिसाइल फ्रीगेट, एक सबमरीन, एक अली वार्निंग एयरक्राफ्ट, दो फाइटर जेट और एक हेलिकॉप्‍टर हिस्‍सा ले रहा है। इससे पहले साल 2020 में अरब सागर में कराची के तट पर सी गार्डियन अभ्‍यास का पहला चरण हुआ था।

-एजेंसी