असम में बीते दिनों अलकायदा मॉड्यूल से जुड़े कुछ संदिग्धों को पुलिस ने दबोचा था। इन गिरफ्तार किये गए आरोपियों में मुस्तफा उर्फ मुफ्ती मुस्तफा नाम का शख्स भी था, जो मदरसा संचालक था। अब प्रशासन ने गुरुवार (4 अगस्त) को कार्रवाई करते हुए मुस्तफा के जमीउल हुदा मदरसे पर बुलडोजर चला दिया है।
मोरीगांव SP ने दी जानकारी
मामले में जानकारी देते हुए मोरीगांव जिले की पुलिस अधीक्षक अपर्णा एन ने कहा कि मुस्तफा उर्फ मुफ्ती मुस्तफा द्वारा संचालित जमीउल हुदा मदरसे को बुलडोजर से ढहा दिया गया है। एसपी के मुताबिक मुस्तफा इस जमीउल हुदा मदरसे को असम के मोइराबारी इलाके में संचालित कर रहा था। पुलिस ने बताया था कि मदरसे को बांग्लादेश से फंडिंग मिल रही थी।
मोइराबारी इलाके में चल रहा था मदरसा
एसपी अपर्णा एन ने बताया कि मुस्तफा उर्फ मुफ्ती मुस्तफा को हाल ही में बांग्लादेश स्थित आतंकी संगठन अंसारुल्लाह बांग्ला टीम और अलकायदा के भारतीय उपमहाद्वीपीय मॉड्यूल (AQIS) के साथ उसके संबंधों के लिए गिरफ्तार किया गया था। पुलिस के मुताबिक मुस्तफा द्वारा मोइराबारी इलाके में संचालित जमीउल हुदा मदरसे में देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम दिए जाने की सूचना मिली थी।
AL-Qaida मॉड्यूल का हुआ था भंडाफोड़
हाल ही में असम पुलिस ने एक रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए अलग-अलग जिलों से अलकायदा मॉड्यूल के बांग्लादेशी आतंकी संगठन अंसारुल्लाह बांग्ला टीम (ABT) से जुड़े 12 संदिग्धों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने एक स्लीपर सेल का भी भंडाफोड़ किया गया था, जिसमें वह बांग्लादेशी आतंकी को अपने घर में पनाह देने के साथ रसद-परिवहन की सुविधा मुहैया करा रहे थे।
जमीउल हुदा मदरसे को किया गया था सील
गौरतलब है कि भारत में बांग्लादेशी सीमा से सटे इलाकों में अंसारुल्लाह बांग्ला आतंकी संगठन की जड़ें फैली हुई हैं। बीते दिनों पुलिस द्वारा भंडाफोड़ करने के बाद स्पेशल डीजीपी (लॉ एंड ऑर्डर), बॉर्डर जीपी सिंह ने बताया था कि अलग-अलग जिलों से पकड़े गए सभी संदिग्धों का इस्लामिक कट्टरवाद से जुड़ाव है। वहीं गिरफ़्तारी के बादअसम पुलिस के मुताबिक मोरीगांव जिले में मोइराबारी इलाके के सहरियागांव में जमीउल हुडा मदरसा की इमारत को सील कर दिया गया था।
-एजेंसी