मीडिया एंड एंटरटेनमेंट सेक्टर में बड़ा धमाका करने की तैयारी में हैं मुकेश अंबानी

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बिजनेस स्टैंडर्ड की एक रिपोर्ट के मुताबिक रिलायंस यह हिस्सेदारी वॉल्ट डिज्नी से खरीद सकती है। इससे रिलायंस टेलीविजन डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर में अपनी स्थिति मजबूत कर सकती है। साथ ही इससे रिलायंस के ओटीटी प्लेटफॉर्म जियोसिनेमा की रीच में भी बढ़ोत्तरी होगी। टाटा प्ले में टाटा ग्रुप की होल्डिंग कंपनी टाटा संस की 50.2 फीसदी हिस्सेदारी है। सिंगापुर के फंड Temasek की टाटा प्ले में 20 फीसदी हिस्सेदारी है।

पिछले साल अक्टूबर में खबर आई थी कि Temasek टाटा प्ले में अपनी हिस्सेदारी टाटा ग्रुप को बेचने के लिए बात कर रही है लेकिन इस मामले में दोनों के बीच बातचीत आगे नहीं बढ़ पाई। अगर रिलायंस और टाटा प्ले के बीच डील फाइनल होती है तो यह टाटा ग्रुप और रिलायंस ग्रुप के बीच पहला वेंचर होगा इससे रिलायंस के स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म जियोसिनेमा को टाटा प्ले के कस्टमर्स तक पहुंच बनाने का मौका मिलेगा।

डिज्नी ने टाटा प्ले के आईपीओ में अपने शेयर बेचने की योजना बनाई थी लेकिन लिस्टिंग टलने के बाद वह कंपनी से निकलने के दूसरे रास्ते खोज रही है। सूत्रों का कहना है कि अगर डील होती है तो रिलायंस अपने स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म जियोसिनेमा का पूरा कंटेट कैटालॉग टाटा प्ले के ग्राहकों को ऑफर करना चाहता है।

किसे होगा फायदा

अगर यह डील होती है तो यह रिलायंस के लिए अच्छी बात है। उसकी हैथवे और डेन के जरिए मल्टीपल सिस्टम ऑपरेटर (MSO) में मौजूदगी है लेकिन डीटीएच में रिलायंस ग्रुप की मौजूदगी नहीं है। अभी बाजार में जो हालात हैं, उसमें एमएसओ की हिस्सेदारी कम हो रही है जबकि डीटीएच की बढ़ रही है इसलिए यह डील जियोसिनेमा के लिए अच्छी रहेगी।

बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक बैंकर्स अभी टाटा प्ले में डिज्नी की हिस्सेदारी की वैल्यू का एसेसमेंट कर रहे हैं। टाटा प्ले की मार्केट में अच्छी पकड़ है लेकिन उसे नेटफ्लिक्स, हॉटस्टार, जियोसिनेमा और ऐमजॉन प्राइम से कड़ी प्रतिस्पर्द्धा का सामना करना पड़ रहा है। पिछले फाइनेंशियल ईयर में कंपनी को टाटा प्ले को 105 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। फाइनेंशियल ईयर 2022 में कंपनी को 68.60 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ था।

-एजेंसी