रिलायंस इंडस्ट्रीज की होने जा रही है मेट्रो कैश एंड कैरी इंडिया, रिटेल बाजार में बढ़ेगा वर्चस्व

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रिलायंस की होगी मेट्रो

जर्मन फर्म मेट्रो कैश एंड कैरी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के अधिग्रहण के जरिए रिलायंस भारत के विस्तृत रिटेल सेक्टर पर अपना सिक्का जमाने की ओर एक और कदम बढ़ा लेगा। मेट्रो इंडिया साल 2003 से भारत में कारोबार कर रहा है। मुख्यरूप से होलसेल मार्केट में उनकी अच्छी पकड़ है। ये पहली कंपनी थी, जो भारत में कैश एंड कैरी बिजनेस फॉरमैट लेकर आई थी। देश के 21 शहरों में कंपनी का रिटेल बाजार है। करीब 3500 कर्मचारी हैं। कंपनी की पकड़ 30 लाख ग्राहकों तक है। इसमें से 10 लाख लोग ऐसे हैं, जो मेट्रो के रेगुलर कस्टमर हैं, जो बी2बी ऐप के जरिए खरीदारी करते हैं। वित्तीय वर्ष 2021-22 में मेट्रो ने 7700 करोड़ की सेल की थी।

रिलायंस को होगा क्या फायदा?

मेट्रो के पास स्टोर नेटवर्क का बड़ा जाल है। कंपनी ने खुद को भारत में किराना बाजार का ड़ा खिलाड़ी साबित किया है। ये कंपनी देश में किराना दुकानदारों और छोटे कारोबारियों के लिए वनस्टॉप बनती जा रही है। कंपनी के अधिग्रहण के बाद रिलायंस के रिटेल मार्केट को बड़ा बूस्ट मिलेगा। कंपनी पहले से ही रिलायंस जियो मार्ट, रिलायंस ट्रेंड, स्मार्ट बाजार के साथ रिटेल बाजार में धाक जमाए हुए हैं। मेट्रो के अधिग्रहण के बाद रिटेल बाजार में उनका कब्जा और बढ़ जाएगा।

ईशा अंबानी ने करवाई डील

ईशा अंबानी के हाथ में है रिलायंस रिटेल की कमान है। कंपनी की कमान संभाल रही ईशा अंबानी इस डील में सक्रिय रुप से जुड़ी रही। लंबी बातचीत के बाद ईशा ने ये डील 2850 करोड़ रुपये में करवाई। कंपनी के अधिग्रहण के बाद रिलायंस को देश के बड़े शहरों में मेट्रो इंडिया के स्टोर्स का विशाल नेटवर्क मिलेगा इस नेटवर्क का लाभ रिटेल बाजार में रिलायंस की स्थिति को और मजबूत करेगा। इसके अलावा रिलायंस को पंजीकृत किराना और ग्राहकों का एक बड़ा आधार, मजबूत सप्लायर नेटवर्क का भी लाभ मिलेगा।

Compiled: up18 News