महापौर नवीन जैन की नई पहल, अब हर साल मनाया जाएगा आगरा का जन्मोत्सव

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आगरा: प्रत्येक शहरवासियों में अपने शहर आगरा के प्रति जुड़ाव और लगाव बढ़ाने के उद्देश्य से महापौर नवीन जैन एक नई कवायद करने जा रहे हैं। महापौर नवीन जैन ने प्रत्येक वर्ष के एक दिन आगरा शहर का जन्मदिवस मनाने का निर्णय लिया है जिसमें सभी शहरवासी किसी न किसी रूप में भागीदारी करते हुए आगरा का जन्मदिवस बड़ी धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाएं लेकिन आगरा शहर का जन्मदिवस यह किस दिन मनाया जायेगा, यह सुनिश्चित करने लिए एक कमेटी का गठन किया जायेगा जो आगरा के इतिहास और उससे जुड़े तथ्यों को परखते हुए आगरा शहर का जन्मदिवस मनाये जाने की तिथि तय करने पर फैसला करेगी

आगरा नगर निगम के कार्यकारिणी कक्ष में हुए प्रेस वार्ता में महापौर नवीन जैन ने कहा कि विश्व के सात आश्चर्यों में से एक ताजमहल होने के चलते आगरा अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शहर है। ताजमहल के अलावा आगरा में ऐसे कई विख्यात स्मारक, क्षेत्र, बाजार इत्यादि स्थल हैं जो अपने आप में इतिहास को समेटे हुए हैं। यमुना तट पर बसे आगरा शहर में बृज क्षेत्र संस्कृति की झलक दिखाई देती है। आगरा शहर के वर्तमान कवियों ने अपनी सुप्रसिद्ध रचनाओं और कविताओं के माध्यम से आगरा की प्रमुख विरासत को जिंदा रखने का काम किया है। हमारा प्रयास है कि प्रत्येक शहरवासी अपने शहर से जुड़े। उसके मन में जन्मस्थान के प्रति लगाव पैदा हो और वह अपने शहर को लेकर गौरान्वित महसूस करे, इसलिए हमने आगरा शहर का जन्मदिवस मनाए जाने का फैसला किया है।

आगरा शहर का जन्मदिवस किस दिन मनाया जायेगा, इसको लेकर महापौर नवीन जैन ने कहा कि सबसे पहले हमें यह जानने का प्रयास करना है कि हमारे शहर का नाम आगरा कब और कैसे पड़ा। इतिहास में इसको लेकर हमें विभिन्न मत देखने को मिलते हैं। हम इतिहास की किताबों में पढ़ते हैं सिकंदर लोदी ने आगरा शहर की स्थापना की थी तो वहीं हमें यह भी जानकारी मिलती है कि द्वापर युग में बृज धाम के जो 12 वन थे उनमें से एक अग्रवन भी था जिसके नाम पर इस शहर का नाम आगरा पड़ा।

महापौर नवीन जैन ने कहा कि जितने इतिहासकारों ने आगरा शहर के बारे में लिखा है उतनी ही बार एक नयी जानकारियां उसमें परोसी हैं। हम शहरवासियों को ठोस रूप में यह नहीं पता कि हमारे शहर का नाम आगरा कैसे पड़ा। अगर किसी से भी इस बारे में पूछा जाये तो सभी अपनी जानकारियों और तथ्यों के साथ अलग-अलग तरह से आगरा के इतिहास का वर्णन करेंगे। इसलिए वास्तविक ऐतिहासिक तथ्यों पर अमल करते हुए आगरा का जन्मदिवस मनाने के उददेश्य के साथ विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े 9 लोगों की कमेटी बनाई है जो न केवल आगरा शहर से जुड़े ऐतिहासिक तथ्यों को जुटाने का प्रयास करेगी बल्कि कमेटी के द्वारा एक ऐसा दिन भी निश्चित किया जायेगा कि उस दिन हम सभी शहरवासी हर्षोल्लास और धूमधाम से अपने शहर आगरा का जन्मदिवस उत्सव मना सके।

महापौर नवीन जैन ने 9 सदस्यीय कमेटी की घोषणा करते हुए बताया कि इस कमेटी में इतिहासकार के रूप में प्रो. सुगम आंनद जी (7906501927), डॉ. तरूण शर्मा जी (9412332074), पुरातत्व विभाग से डॉ. आर के दीक्षित जी (9412261760), स्वतंत्र पत्रकार राजीव सक्सेना जी (9837098028), वरिष्ठ पत्रकार एस. पी. सिंह जी (9837081871), वरिष्ठ पत्रकार अमित कुलश्रेष्ठ जी (9675835436), वरिष्ठ पार्षद शिरोमणि सिंह जी (9837022789), वरिष्ठ पार्षद रवि माथुर जी (9897071181) और वरिष्ठ पार्षद प्रकाश केसवानी (9319107816) शामिल हैं। यह कमेटी अपने स्तर पर एक ड्राफ्ट तैयार करेगी जिसमें शहर का नाम ‘आगरा’ पड़ने को लेकर उससे जुड़ा वास्तविक इतिहास और आगरा शहर के जन्मदिवस तिथि को तय करने काम होगा। पहले चरण में ड्राफ्ट बनाकर उसे शहरवासियों को भी अवगत कराया जायेगा और तय अवधि में उस ड्राफ्ट पर तथ्यपरक सुझाव मांगे जायेंगे। उस ड्राफ्ट में लिखे गये विभिन्न बिंदुओं पर यदि कोई भी अपना सुझाव देना चाहेगा तो वह कमेटी के सदस्यों से संपर्क करेंगे।

महापौर नवीन जैन ने बताया कि शहर के संभ्रांत लोगों से मिले सुझावों पर अमल करने के बाद संशोधित ड्राफ्ट को लागू करते हुए आगरा शहर के जन्मदिवस के तिथि की घोषणा की जायेगी। जिसके बाद हम प्रतिवर्ष अपने आगरा शहर का जन्मदिवस एक महोत्सव के रूप में मना सकेंगे। मुझे उम्मीद है कि इस महोत्सव से जुड़कर प्रत्येक शहरवासी आगरा शहर से अपना एक जुड़ाव महसूस करेगा और फिर अपनी नैतिक जिम्मेदारी निभाते हुए शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाने में पहले से अधिक सहयोग व सेवा प्रदान करेगा।