कीनिया में ईसाई डूम्सडे कल्ट (क़यामत के दिन में यक़ीन रखने वाला पंथ) में सामूहिक ‘आत्महत्या’ के मामले में मरने वालों का आँकड़ा 200 पार कर गया है. पुलिस ने अब तक 201 शव निकाले हैं.
जहां ये घटना हुई, वहाँ 600 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं. इस पंथ से पूर्व में जुड़े रहे लोगों को कहना है कि सबसे पहले भूख से मरने वालों में बच्चे थे. शनिवार को पुलिस ने 22 और शव बरामद किए हैं.
स्थानीय कमिश्नर रोडाह ओनयानचा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “हमारी फॉरेंसिक टीम ने आज 22 शव निकाले हैं लेकिन हमें कोई ज़िंदा नहीं मिला है.”
सामूहिक आत्महत्या की ये घटना कीनिया के दक्षिण-पश्चिमी इलाक़े में स्थित शाकाहोला जंगल में हुई है. पुलिस अभी यहां खोजबीन अभियान चला रही है.
इस पंथ से जुड़े एक डिप्टी पास्टर ने लंदन के टाइम्स अख़बार को बताया है कि इस सामूहिक आत्महत्या की योजना कई चरणों में बनाई गई थी. ये पास्टर अभी पुलिस जांच में मदद कर रहे हैं.
पास्टर का कहना है कि सबसे बहले बच्चों को भूख से मारा गया, फिर महिलाओं ने जान दी और उसके बाद पुरुषों ने जान दी. अंत में पंथ के नेता पास्टर पॉल मैकेंज़ी के परिवार ने आत्महत्या की.
पॉल मैकेंज़ी फिलहाल पुलिस की हिरासत में हैं. पुलिस ने कुछ शवों का पोस्टमॉर्टम किया है. मारे गए लोगों में भूख, दम घुटने और पीटे जाने के संकेत मिले हैं.
Compiled: up18 News
Discover more from Up18 News
Subscribe to get the latest posts sent to your email.