नई दिल्ली। अखिल भारतीय संत समिति की धर्मसभा में हिंदू धर्म, आस्था और संतों पर हो रहे हमलों को लेकर विभिन्न प्रस्ताव पारित किए गए. इस बैठक में चर्चों और वक्फ बोर्ड को लीज पर दी गई जमीन को वापस लेने समेत जनसंख्या नियंत्रण कानून जैसे मुद्दों पर विस्तार से मंथन हुआ. सनातन धर्म और संस्कृति को लेकर कई प्रस्ताव पारित किए गए.
अखिल भारतीय संत समिति की सभा में पारित धर्म आदेशों में काशी विश्वनाथ और ज्ञानवापी मस्जिद का प्रस्ताव रखा गया. इसमें कृष्ण जन्मभूमि मथुरा की मुक्ति का प्रस्ताव भी शामिल किया गया. इस दौरान हिंदू मंदिरों को सरकार के नियंत्रण से मुक्ति किए जाने का प्रस्ताव पारित किया गया. इसके साथ ही चर्चों और वक्फ बोर्ड को लीज पर दी गई भूमि को वापस किए जाने का प्रस्ताव रखा गया. इसके साथ ही छत्तीसगढ़ और पालघर समेत देशभर में बच्चा चोरी के नाम पर संतों की पिटाई के मामलों पर भी चर्चा की गई.
सनातन सेंसर बोर्ड की हो स्थापना
अखिल भारतीय संत समिति ने फिल्म सेंसर बोर्ड की भूमिका पर चर्चा करते हुए सनातन सेंसर बोर्ड की स्थापना की मांग की है.लव जिहाद, लैंड जिहाद, जनसंख्या नियंत्रण जैसे मुद्दों पर केंद्र सरकार से संसद में हिंदू पहचान संरक्षण अधिनियम पारित करने की मांग की गई है. संत समिति ने राष्ट्रीय एकता और अखंडता को सुनिश्चित करने के लिए राज्यवार समस्याओं को चिन्हित किए जाने को लेकर चर्चा की है.
मंदिरों का जीर्णोद्धार और पुजारियों की नियुक्ति का प्रस्ताव
समिति ने हिंदू आचार संहिता को मान्यता देने, धर्मांतरण को रोके जाने, और धर्मांतरित लोगों के घर वापसी की गति को तेज करने पर चर्चा करते हुए प्रस्ताव पारित किए. मंदिरों का जीर्णोद्धार और पुजारियों की नियुक्ति के मुद्दे पर भी प्रस्ताव रखा. इसके साथ ही, देश विरोधी गतिविधियों के लिए विदेश से आने वाली फंडिंग पर रोक लगाए जाने की मांग पर चर्चा करते हुए प्रस्ताव पारित किए.
बांग्लादेशी और रोहिंग्या को दिए जाने वाले पहचान पत्रों पर लगे रोक
बांग्लादेशी और रोहिंग्या को दिए जाने वाले पहचान पत्र, आधार कार्ड, पैन कार्ड जैसी चीजों पर रोक लगाने, भारत के प्रत्येक जिले में हिंदू योद्धाओं के लिए मीडिया सेल और लीगल सेल की स्थापना पर प्रस्ताव पारित किया गया. भारतीय वैदिक शिक्षा परिषद सनातन हिंदू धर्म हिंदू धर्म एवं एवं भारतीय संस्कृति के मुद्दे पर भी चर्चा की गई.
-एजेंसी