गाजियाबाद। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद की जिला जज कोर्ट में नाहर सिंह यादव एडवोकेट और उनके कई वकील साथियों की जिला जज से बहस हो गई। देखते ही देखते आपस में झगड़ा हो गया। स्थिति तनावपूर्ण देखते हुए पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा। इस दौरान नाहर सिंह यादव और एक अन्य वकील घायल हुआ है। कचहरी में कामकाज ठप हो गया है। कई थानों की पुलिस को कचहरी में लगाया गया। पुलिस ने जज को सुरक्षित कोर्ट रूम से निकाल लिया है।
जानकारी के मुताबिक, जिला जज कोर्ट में एक व्यक्ति की जमानत को लेकर सुनवाई चल रही थी। इस दौरान वकील नाहर सिंह यादव की मांग कि व्यक्ति की जमानत अर्जी दूसरे कोर्ट में ट्रांसफर कर दी जाए। जिसको लेकर वकील की जिला जज अनिल कुमार से कहासुनी शुरू हो गयी। मामला इतना आगे बढ़ गया कि जिला जज डाइस से उतरकर नीचे आ गए। इसके बाद जज और वकीलों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। इसके बाद जिला जज ने फोन करके पुलिस और पीएसी बुला ली।
वकीलों का आरोप है कि जिला जज कोर्ट रूम में उन्हें चारों तरफ से दरवाजे बंद करके पीटा। इसमें कई लोगों को चोट भी आई है। वकील नाहर सिंह यादव का कहना है कि जिला जज अनिल कुमार ने मुझे धमकाया, गालियां दीं। वहीं, एडवोकेट सुशील शर्मा ने बताया- अगर लाठीचार्ज के दोषी अधिकारियों और पुलिस कर्मियों के कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन करेंगे।
पुलिस की लाठीचार्ज का एक वीडियो वायरल हुआ है। जिसमें 20 से 35 की संख्या में पुलिसकर्मी वकीलों को कोर्ट रूप में ही लाठियों से पीटते दिख रहे हैं। इस घटना के बाद जिला जजों ने कोर्ट रूम में कार्य का बहिष्कार कर दिया है। दूसरी तरफ, बार एसोसिएशन ने वकीलों की बैठक बुलाई है। इस बैठक के बाद ही वकीलों की तरफ से आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा।
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