यूपी के सीतापुर में बड़ा हादसा, शारदा नदी में नाव पलटने से 3 की मौत, कई लापता, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

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सीतापुर: उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में शनिवार को बड़ा हादसा हुआ है। यहां शारदा नदी को पार करके अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रहे ग्रामीणों से भरी एक नाव शारदा नदी में पलट गई। नाव पर सवार सभी लोग नदी में डूब गए। अभी तक सात लोगों को नदी से निकाला जा चुका है। इन्‍हें आनन-फानन में तंबौर के सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केंद्र ले जाया गया, जहां डाॅक्‍टरों ने तीन लोगों को मृत घोषित कर दिया। नाव पर सवार कई लोग अब भी लापता है। इनकी तलाश में गोताखोर जुटे हैं।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक जिले के तंबौर थाना क्षेत्र के रतनगंज गांव के निवासी दिनेश गुप्ता की मौत हो गई थी।परिजन और रिश्‍तेदार दो नावों से शारदा नदी को पार करके दिनेश का अंतिम संस्कार करने जा रहे थे। एक नाव पर दिनेश का शव और कुछ परिजन थे और दूसरी नाव पर लगभग 10 से 12 लोग सवार थे। पहली नाव नदी के पार पहुंच गई और दूसरी नाव नदी के बीच में पलट गई, जिससे नाव में सवार सभी लोग डूब गए। चीख-पुकार सुनकर मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने गोताखोरों की मदद से अब तक सात लोगों को नदी से निकाल लिया है। उन्‍हें तंबौर सीएचसी पर ले जाया गया,जिनमें से तीन लोगों को चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया है।

मृतकों में दिनेश की ममेरी बहन 13 वर्षीय कुमकुम, 32 वर्षीय संजय निवासी ग्राम रामपुर जिला बहराइच। 30 वर्षीय खुशबू निवासी ग्राम सुपौली शामिल हैं। अन्य चार लोगों का सीएचसी पर उपचार चल रहा है। डाक्‍टरों के मुताबिक चारों की हालत गंभीर बनी हुई है। मौके पर भारी संख्या में पुलिस और ग्रामीण जुटे हैं। गोताखारों की मदद से नदी में डूबे लोगों की तलाश जारी है।

बताते चलें कि होली के दिन रंग खेलने के बाद रतनगंज गांव के 32 वर्षीय दिनेश गुप्ता अपने साथियों के साथ गांव के पास से गुजरी शारदा नदी में नहाने गया था। नदी में नहाते समय एक बच्चा डूबने लगा। बच्चे को बचाने के लिए दिनेश नदी में कूद गया और बच्चे को बचाकर नदी के किनारे कर दिया। इसी दौरान अचानक दिनेश गहराई में चला गया।देखते ही देखते दिनेश डूबने लगा। चीख पुकार सुनकर आसपास के लोग दौड़े।

गोताखोरों ने दिनेश को नदी से बाहर निकाला और आनन फानन में उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तंबौर ले जाया गया,जहां डाक्टर ने दिनेश को मृत घोषित कर दिया। दिनेश गुप्ता का ही अंतिम संस्कार करने के लिए परिजन शारदा नदी के उस पार जा रहे थे।

-साभार सहित