शिक्षा मंत्रालय ने महर्षि सान्दीपनि राष्ट्रीय वेद संस्कृत शिक्षा बोर्ड (एमएसआरवीएसएसबी) को नियमित स्कूल बोर्ड के रूप में मान्यता दे दी है। शिक्षा मंत्रालय के हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट से यह जानकारी मिली है।
हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट के आठ अगस्त के प्रपत्र के अनुसार शिक्षा मंत्रालय के तहत उज्जैन स्थित महर्षि सान्दीपनि राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान ने राष्ट्रीय शिक्षा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) के साथ विचार विमर्श करके नियम 14 (4) (एफ) के तहत महर्षि सान्दीपनि राष्ट्रीय वेद संस्कृत शिक्षा बोर्ड का गठन किया है। इसमें कहा गया है कि भारत में स्कूल बोर्डों को समतुल्यता प्रदान करने वाले निकाय एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज (एआईयू) ने तीन अगस्त 2022 के पत्र के माध्यम से महर्षि सान्दीपनी वेद संस्कृत शिक्षा बोर्ड को 10वीं एवं 12वीं बोर्ड परीक्षा पात्रता के अनुरूप समतुल्यता प्रदान कर दी है।
सभी राज्यों के मुख्य सचिवों, रक्षा एवं रेल मंत्रालय, संघ लोक सेवा आयोग, कर्मचारी चयन आयोग, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद, सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों, राज्य विश्वविद्यालयों को भेजे पत्र में कहा गया है कि शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार ने महर्षि सान्दीपनी राष्ट्रीय वेद संस्कृत शिक्षा बोर्ड को नियमित स्कूल बोर्ड के रूप में मान्यता प्रदान कर दी है। ”
इसमें कहा गया है कि इसके अनुरूप महर्षि सान्दीपनि राष्ट्रीय वेद संस्कृत शिक्षा बोर्ड द्वारा प्रदान किये गए प्रमाणपत्र उच्च शिक्षण संस्थाओं में प्रवेश और केंद्र एवं राज्य सरकार के संगठनों में रोजगार के लिये भारत के अन्य केंद्रीय एवं राज्य स्कूल बोर्ड द्वारा जारी प्रमाणपत्र के समतुल्य होंगे ।
महर्षि सान्दीपनि राष्ट्रीय वेद संस्कृत शिक्षा बोर्ड के तहत प्रदत्त प्रमाण पत्रवेद भूषण 10वीं कक्षा के समकक्ष जबकि वेद विभूषण प्रमाणपत्र, 12वीं कक्षा के समकक्ष होगा। महर्षि सान्दीपनि वेद संस्कृत शिक्षा बोर्ड के वेद पाठ्यक्रमों एवं अन्य संस्कृत कोर्स की परीक्षा महर्षि सान्दीपनि राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान द्वारा शैक्षणिक सत्र 2022-23 से ली जाएगी ।
-एजेंसी
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