आगरा: भगवान परशुराम महोत्सव केंद्रीय समिति के तत्वाधान में ब्राह्मण चेतना समिति की ओर से भगवान परशुराम की जयंती हनुमान मंदिर पर मनाई गई। हनुमान मंदिर पर भगवान परशुराम के जन्म दिवस के अवसर पर हवन किया गया। जिसमें समाज के प्रबुद्ध जनों ने भाग लिया और हवन में आहुति डाली। इस दौरान सभी लोगों ने विश्व कल्याण के लिए भगवान परशुराम से प्रार्थना भी की। लोगों का कहना था कि भगवान परशुराम चिरंजीवी थे इसलिए उनका जन्म दिवस मनाया जाता है।
आयोजन कर्ताओं ने बताया कि पिछले 2 सालों से इतने भव्य तरीके से भगवान परशुराम की जन्म दिवस पर धार्मिक कार्यक्रम संपन्न नहीं हो पा रहा था। कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीमी हुई तो आज सभी लोग मिलकर भगवान परशुराम की जन्म दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित यज्ञ हवन में भाग ले रहे हैं।
भगवान परशुराम महोत्सव केंद्रीय समिति के पदाधिकारी ओम शर्मा ने बताया कि यह आयोजन पिछले 10 वर्षों से लगातार किया जा रहा है। भगवान परशुराम के जन्मदिवस पर यज्ञ हवन का कार्यक्रम होता है जिसमें समाज के प्रबुद्ध जन भाग लेते हैं। आज सभी ने इस कार्यक्रम में भाग लेकर हवन में अपनी अपनी आवत यादें और विश्व कल्याण के लिए प्रार्थना की।
ज्योतिषाचार्य अरविंद कुमार मिश्र ने बताया कि जिस तरह से भगवान हनुमान को चिरंजीवी होने का वरदान था, उसी तरह भगवान परशुराम भी चिरंजीवी थे। इसलिए उनकी जयंती नहीं बल्कि जन्म दिवस मनाया जाता है। आज अक्षय तृतीया भी है। दोनों पर्व एक साथ हैं। इसीलिए दोनों पर्व को धार्मिक परंपरा का निर्वहन करते हुए मनाया जा रहा है।