भगवान गौतम बुद्ध जयंती: विश्वभर में अलग-अलग तरह मनाते हैं लोग

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हिंदू कैलेंडर के अनुसार भगवान गौतम बुद्ध की जयंती वैशाख माह की पूर्णिमा तिथि को मनाई जाती है. कहा जाता है कि इसी दिन भगवान बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति भी हुई थी. इस साल गौतम बुद्ध की जयंती 16 मई 2022 दिन सोमवार को मनाई जा रही है. गौतम बुध की जयंती हिंदू और बौद्ध धर्म के अनुयायी मनाते हैं.

इसके साथ ही भारत के अलावा विश्व में कई ऐसे देश हैं जहां पर भगवान गौतम बुद्ध को माना जाता है. कई देशों में बुद्ध पूर्णिमा मनाने के अलग-अलग तरीके हैं. आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे बुद्ध जयंती से जुड़ी 10 रोचक बातें.

1. मान्यता के अनुसार जब भगवान गौतम बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी, उसके बाद उन्होंने अपना व्रत खीर खाकर ही खोला था. यही कारण है कि इस दिन हर घर में खीर बनाई जाती है.
2. बुद्ध पूर्णिमा के दिन बौद्ध मंदिरों को फूलों से बेहद खूबसूरत अंदाज में सजाया जाता है और भगवान बुद्ध की प्रार्थना के लिए आयोजन किया जाता है.
3. बुद्ध पूर्णिमा के दिन सूर्योदय से पहले पूजा स्थल पर एकत्र होकर प्रार्थना व नृत्य किया जाता है. वहीं कुछ जगहों पर बुद्ध पूर्णिमा के दिन शारीरिक व्यायाम और परेड भी की जाती है.
4. बुद्ध पूर्णिमा के दिन मंदिर और धार्मिक स्थलों पर सूर्योदय होने के बाद बौद्ध धर्म का झंडा फहराया जाता है.
5. इस दिन दान पुण्य करने का विशेष महत्व माना गया है. साथ ही बौद्ध मंदिर में भक्तगण उत्सव का आयोजन लोगों को मुफ्त सुविधा प्रदान करके भी करते हैं.
6. मान्यता के अनुसार बुद्ध पूर्णिमा के दिन अधिकतर लोग पिंजरे में कैद पक्षियों और जानवरों को आजाद कर इस उत्सव को मनाते हैं.
7. अन्य देश की बात करें तो श्रीलंका में इस दिन को ‘वेसाक’ उत्सव के रूप में मनाया जाता है. जो वैशाख शब्द का अपभ्रंश है.
8. इसके अलावा इस दिन बौद्ध घरों को फूलों से सजाकर दीपक जलाए जाते हैं.
9. विश्व भर से इस दिन बौद्ध धर्म के अनुयायी बोधगया आते हैं और भगवान गौतम बुद्ध की पूजा करते हैं.
10. मान्यता के अनुसार बुद्ध पूर्णिमा के दिन बौद्ध धर्म के धर्म ग्रंथों का लगातार पाठ किया जाता है.

-एजेंसियां