भारतीय रिजर्व बैंक ने वित्तीय वर्ष 2024 के लिए अपर लेयर में जगह बनाने वाली 15 एनबीएफसी कंपनियों की लिस्ट जारी कर दी है. एनबीएफसी कंपनियों के विस्तार और उनसे जुड़े जोखिम का असर दूसरे सेक्टर पर बढ़ने से रोकने के लिए आरबीआई ने रेगुलेशन नियम बनाए हैं. ये नियम आरबीआई की अलग-अलग लेयर में शामिल एनबीएफसी कंपनियों के लिए अलग-अलग स्तर पर लागू होते हैं. आरबीआई की अपर लेयर लिस्ट में शामिल एनबीएफसी कंपनियों पर बैंकों के जैसे नियम लागू होते हैं.
आरबीआई ने गुरुवार को वित्तीय वर्ष 2024 के लिए नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कॉरपोरेशन (NBFC) के लिए स्केल बेस्ड रेगुलेशन के तहत अपर लेयर में शामिल 15 एनबीएफसी की लिस्ट जारी कर दी है. लिस्ट में एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड पहले स्थान पर है. उसके बाद बजाज फाइनेंस लिमिटेड दूसरे और श्रीराम फाइनेंस लिमिटेड तीसरे स्थान पर है.
टीएमएफ बिजनेस सर्विसेज लिमिटेड (पूर्व में टाटा मोटर्स फाइनेंस लिमिटेड) को उसके चल रहे व्यवसाय पुनर्गठन के कारण क्वालीफाई होने के बावजूद लिस्ट में जगह नहीं दी गई है. हालांकि, चौथे स्थान पर टाटा संस प्राइवेट लिमिटेड को सूची में जगह मिली है. इसी तरह पांचवें स्थान पर एलएंडटी फाइनेंस लिमिटेड को जगह मिली है.
आरबीआई ने अक्टूबर 2021 में बैंकिंग क्षेत्र पर कड़ी निगरानी रखने और ओवरऑल फाइनेंशियल सिस्टम के जोखिमों को कम करने के लिए गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों (NBFC) के लिए चार लेयर का रेगुलेशन सिस्टम बनाने की घोषणा की थी. आरबीआई मानक पूरे करने वाली एनबीएफसी को अलग-अलग लेयर में लिस्ट करता है. इनमें कैपिटल रिक्वायरमेंट, गवरनेंस स्टैंडर्ड, प्रूडेंशियल रेगुलेशन और एनबीएफसी के अन्य पहलुओं को ध्यान में रखा जाता है.
Compiled: up18 News