वह 31 दिसंबर तक उदय कोटक का काम देखते रहेंगे, हालांकि अभी इस पर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मुहर लगना बाकी है.
उदय कोटक के इस्तीफे की घटना चौंकाने वाली इसलिए है क्योंकि उदय कोटक का रिटायरमेंट 4 महीने बाद यानी 31 दिसंबर 2023 को ही होना था.
उदय कोटक शुरुआत से ही बैंक के प्रमुख थे. साल 1985 में उन्होंने ही कोटक ग्रुप की शुरुआत एक एनबीएफसी के तौर पर की थी और 2003 में इसे कन्वर्ट करके बैंक बनाया गया.
उदय कोटक ने कंपनी के बोर्ड को एक लेटर लिखा है. इसके हिसाब से उन्होंने कहा, ” मैं जानता हूं कि अभी मेरे जाने में कुछ वक्त बाकी है. लेकिन मैंने काफी सोच समझकर तत्काल प्रभाव से अपना इस्तीफा देने का फैसला किया है. ये कोटक महिंद्रा बैंक के लिए भी सही होगा. उन्हें भी यही सही लगता है.”
– एजेंसी
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