सीने में दर्द एक गंभीर समस्या है और अगर इसका सही समय पर उचित इलाज न करवाया जाए तो यह घातक साबित हो सकता है। हालांकि यह भी जानना जरूरी है कि सीने में किस-किस तरह का दर्द होता है क्योंकि हर दर्द का इलाज और तरीका एक जैसा नहीं होता।
आइए जानते हैं दिल में होने वाले दर्द और उनके इलाज के बारे में:
हार्ट अटैक का दर्द
अगर सीने के बीचों-बीच तेज दर्द हो, दर्द लेफ्ट बाजू की ओर बढ़ता महसूस हो, सीने पर पत्थर जैसा दबाव महसूस हो, काफी घबराहट या बेचैनी हो, पसीना आए और दर्द कम होने के बजाय बढ़ता जाए तो समझ लीजिए कि यह हार्ट अटैक का दर्द हो सकता है। करीब 30 फीसदी लोगों में ये सारे लक्षण नजर नहीं आते।
हार्ट अटैक के दर्द का इलाज
मरीज को फौरन 300 मिग्रा की एस्प्रिन (Asprin) जैसे कि डिस्प्रिन (Disprin), एस्प्रिन (Easprin), इकोट्रिन (Ecotrin) आदि दें। इसके बाद बिना देर किए फौरन मरीज को अस्पताल ले जाएं। 3 घंटों में इलाज हो जाए तो ज्यादातर मरीजों को बचाया जा सकता है।
एसिडिटी का दर्द और इलाज
यह दर्द एक खास बिंदु पर चुभता महसूस होता है और यह इधर-उधर बढ़ता नहीं है। इसके इलाज के लिए 2-3 चम्मच ऐंटासिड (Antacid) जैसे कि डाइजीन (Digene), म्यूकेन जेल (Mucaine Gel), ऐसिडिन जेल (Acidin Gel) आदि लें। अगर दर्द ठीक न हो तो यह हार्ट अटैक का हो सकता है।
एंजाइना का दर्द
छाती के बीच में भारी दबाव महसूस हो, दर्द जबड़े की ओर जाए बढ़ता लगे, छोटा-मोटा काम (नहाने और खाने जैसे काम करने पर भी) करने पर भी दिल में दर्द महसूस हो और आराम करने पर दर्द बंद हो जाए तो यह एंजाइना का दर्द हो सकता है।
एंजाइना के दर्द का इलाज
मरीज आराम से लेट जाए। दर्द हो तो ग्लिसरिल ट्राइनाइट्रेट (Glyceryl Trinitrate) वाली 5mg की गोली जीभ के नीचे रख ले। यह मार्केट में सॉरबिट्रेट (Sorbitrate) और आइसोर्डिल (Isordil) आदि ब्रैंड के नाम से मिलती है। इससे नस का साइज बढ़ जाता है और पूरा ब्लड पहुंच जाता है।
-एजेंसियां