भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव का कहना है कि अगर खिलाड़ियों को लगता है कि इंडियन प्रीमियर लीग यानी IPL उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर असर डाल रहा है तो उन्हें इसमें खेलने से बचना चाहिए. क्रिकेटरों पर लगातार मैच खेलने और शारीरिक और मानसिक थकान होने की बहस लगातार बढ़ती जा रही है.
जब भी कोई बड़ा खिलाड़ी चोटिल होता है तब इस पर खूब हल्ला मचता है. पूर्व कप्तान कपिल देव ने भी वर्कलोड को लेकर खिलाड़ियों को खरी-खरी सुनाते हुए अहम सलाह दे डाली है.
उन्होंने कहा है कि अगर खिलाड़ियों को लगता है कि आईपीएल जैसा टूर्नामेंट उन्हें दिमाग़ी और शारीरिक तौर पर थका देता है तो उन्हें इससे बाहर हो जाना चाहिए. हालाँकि कपिल ने कहा कि वो ‘प्रेशर’ शब्द सुनकर हैरान हो जाते हैं.
उन्होंने कहा, “अगर आपके भीतर क्रिकेट को लेकर जुनून है तो भी किस बात का दबाव है.”
1983 की विश्व विजेता भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान कपिल ने एक कार्यक्रम में कहा, “आजकल मैं बहुत सुनता हूँ टेलीविजन पर…. आईपीएल को लेकर खिलाड़ियों पर बहुत दबाव है. तो मैं एक ही चीज़ कहता हूँ कि मत खेलो (आईपीएल में). ये दबाव क्या होता है. अगर आपको क्रिकेट का जुनून है तो दबाव नहीं होना चाहिए. ये कुछ अमेरिकन शब्द हैं, प्रेशर, डिप्रेशन… ये मेरी समझ में नहीं आते. मैं एक किसान परिवार से आया हूँ. हम तो मज़े के लिए खेलते हैं और मज़े में दबाव हो ही नहीं सकता.”
कपिल की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब कई अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर्स ने खुलकर यह माना है कि सभी फॉर्मेट में खेलना उनके लिए मुश्किल होता जा रहा है.
-एजेंसी