लखनऊ। कानपुर। 3 जून को हुई हिंसा के मामले में पुलिस ने 45 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट लगा दी है, इसके अलावा दो निर्दोषों को छोड़ दिया गया है. इस मामले में 62 लोगों को आरोपी बनाया गया था.
यूपी के कानपुर में 3 जून को हुई हिंसा के मामले में पुलिस (Kanpur Police) अपनी कार्रवाई को तेजी से अंजाम देने में जुटी हुई है. पुलिस ने इस मामले में 45 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट (Charge Sheet) लगा दी है. 3 जून को नई सड़क और परेड इलाके में उन्मादी भीड़ ने जबरदस्त पथराव किया था. इस दौरान फायरिंग और बम बाजी भी की गई थी. जिसके बाद हिंसा भड़क उठी थी. इस मामले में कानपुर पुलिस ने कुल 62 लोगों को आरोपी बनाया था जिसमें मास्टरमाइंड हयात जफर हाशमी, बिल्डर हाजी वसी, अकील खिचड़ी शफीक और बाबा बिरियानी के मालिक मुख्तार बाबा प्रमुख थे.
जांच में निर्दोष पाए गए लोगों को छोड़ा
कानपुर हिंसा के मामले में पुलिस पर आरोप लगे कि पुलिस ने कई निर्दोषों को भी हिंसा मामले में ना सिर्फ उठा लिया है बल्कि उनको फंसाने का पूरा प्रबंध कर लिया है. जिसके बाद मुस्लिम धर्मगुरुओं ने तत्कालीन पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर निर्दोषों को छोड़े जाने की अपील की थी. कानपुर पुलिस ने कोर्ट में पकड़े गए आरोपियों में से साक्ष्यों के अभाव में छोड़े जाने की अपील की, जिसके बाद दो निर्दोष शानू लफ्फाज और शकील को छोड़ दिया गया है.
45 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट
पुलिस ने अब कानपुर हिंसा में कार्रवाई को तेज करते हुए 45 लोगों के खिलाफ चार्जशीट लगा दी है. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पुलिस निर्दोषों को परेशान नहीं करेगी. वहीं दूसरी तरफ अब इस मामले में आने वाले दिनों में कार्रवाई और तेज होने जा रही है. इनके साथ ही कुछ अन्य शातिर अपराधियों पर भी पुलिस कार्रवाई कर सकती है.
-एजेंसी
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