जापान में पिछले सप्ताह एक हमलावर के हाथों मारे गए पूर्व प्रधानमंत्री शिंज़ो आबे की पार्टी ने रविवार को हुए अपर हाउस के चुनावों में ज़बरदस्त जीत हासिल की है.
सत्तारूढ़ लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी और उसके सहयोगियों को चुनाव में दो तिहाई से ज़्यादा बहुमत मिला है जिससे पार्टी संवैधानिक सुधारों को आगे बढ़ा सकती है.
शिंज़ो आबे की शुक्रवार (8 जुलाई) को चुनाव प्रचार के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हालांकि, सरकार ने चुनाव प्रक्रिया नहीं रोकने का फ़ैसला किया और रविवार को मतदान किया गया.
शिंज़ो आबे विश्व युद्ध के बाद के संविधान में बदलाव करना चाहते थे. वो उस हिस्से को हटाना चाहते थे जो कहता है कि जापान एक शांतिवादी राष्ट्र है. लेकिन वो इस बदलाव में सफ़ल नहीं हो पाए.
अब शिंज़ो आबे की मौत के बाद उनकी पार्टी इतनी मज़बूत स्थिति में है कि वो संविधान में बदलाव ला सकती है.
वहीं, शिंज़ो आबे की हत्या को लेकर जापान की पुलिस ने माना है कि उनकी सुरक्षा में चूक हुई थी. इसके बाद चुनाव प्रचार के दौरान अन्य नेताओं की सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी.
शिंज़ो आबे को एक शख़्स ने चुनाव प्रचार के दौरान गोली मार दी थी. संदिग्ध का कहना है कि वो शिंज़ो आबे से असंतुष्ट था.
-एजेंसियां