इसराइल ने लश्कर-ए-तैयबा को आतंकवादी संगठन घोषित किया है. भारत स्थित इसराइली दूतावास ने कहा है कि मुंबई हमलों के 15वें साल में एक प्रतीक के रूप में इसराइल ये क़दम उठा रहा है.
इसराइल के दूतावास ने कहा, “हम लश्कर-ए-तैयबा को एक आतंकवादी संगठन के रूप में लिस्ट कर रहे हैं. भारत सरकार ने ऐसा कोई अनुरोध नहीं किया है लेकिन इसके बावजूद, इसराइल ने औपचारिक रूप से सभी आवश्यक प्रक्रियाएं पूरी कर ली हैं और लश्कर-ए-तैयबा को अवैध आतंकवादी संगठनों की इसराइली सूची में शामिल किया है.”
26 नवंबर 2008 को लश्कर-ए-तैयबा के प्रशिक्षित और भारी हथियारों से लैस दस चरमपंथियों ने मुंबई की कई जगहों और प्रतिष्ठित इमारतों पर हमला कर दिया था, जो चार दिन तक चला. मुंबई हमलों में 160 से अधिक लोग मारे गए थे.
नरीमन हाउस पर हुए हमले में इसराइली बच्चे मोशे होल्ट्ज़बर्ग की रोती हुई तस्वीर काफ़ी चर्चित रही थी. मोशे के माता-पिता हमले में मारे गए थे.
इजरायल का डिप्लोमैटिक दांव
लश्कर-ए-तैयबा को आतंकी घोषित करना इजरायल का एक बड़ा डिप्लोमैटिक कदम है. दरअसल, 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमास ने आतंकी हमला किया था. इजरायल से अच्छे संबंध होने के बावजूद हमास को अभी तक भारत ने आतंकी संगठन घोषित नहीं किया है.
26 अक्टूबर को इजरायल के राजदूत नाओर गिलोन (Naor Gilon) ने कहा था, ‘मुझे लगता है यह हमास को दुनिया और भारत में एक आतंकी संगठन घोषित करने का एकदम सही समय है. यूरोपीय यूनियन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, यूएस पहले ही यह कर चुके हैं.’ लश्कर को आतंकी घोषित कर इजरायल चाहता है कि भारत हमास के खिलाफ भी कोई ऐसा ही कदम उठाए.
Compiled: up18 News
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