हाईलेवल पैनल की सिफारिश: NCERT के सिलेबस में शामिल हो सकते हैं महाकाव्य रामायण और महाभारत

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NCERT के ही हाईलेवल पैनल सोशल साइंस कमेटी ने इसकी सिफारिश की है। हालांकि, अभी यह तय नहीं है कि रामायण-महाभारत किस क्लास के किस चैप्टर में पढ़ाई जाएंगी।

प्रो. सीआई आईजैक ने न्यूज़ एजेंसी ANI को बताया कि पैनल ने यह प्रस्ताव भी रखा कि स्कूल की हर क्लास में दीवार पर संविधान की प्रस्तावना लिखी जाए। यह क्षेत्रीय भाषा में होनी चाहिए। आईजैक इतिहास के रिटायर्ड प्रोफेसर हैं।

कौन सी कमेटी और इसने क्या प्रस्ताव रखे

दरअसल, NCERT की सोशल साइंस कमेटी स्कूलों में इस विषय के पाठ्यक्रम को फिर से तय करने के लिए बनाई गई है। कमेटी यह भी प्रस्ताव है कि इंडियन नॉलेज सिस्टम तैयार किया जाए। किताबों में वेद और आयुर्वेद को भी शामिल किया जाए। कमेटी ने ये सिफारिश भी की है कि टेक्स्ट बुक में इंडिया की जगह भारत लिखा जाए।

यह प्रस्ताव NCERT की नई टेक्स्ट बुक बनाने में मददगार रहेंगे। हालांकि, इन प्रस्ताव को अभी NCERT से अंतिम मंजूरी मिलनी बाकी है। NCERT इस मामले में अक्टूबर में कहा था कि सिलेबस को नए तरीके से डेवलप करने की प्रक्रिया चल रही है। इस बारे में अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। हम कुछ कहेंगे तो वह मीडिया में आ जाएगा, यह अच्छा नहीं होगा।

इतिहास को चार भागों में बांटने की सिफारिश

प्रो. (रिटायर्ड) सीआई आईजैक ने बताया- हमने इतिहास को चार हिस्सों में बांटने का सुझाव दिया है। एक- क्लासिकल पीरियड, दूसरा- मेडिएवल पीरियड यानी मध्यकाल, तीसरा- ब्रिटिश काल और चौथा- आधुनिक भारत। अभी तक इतिहास तीन हिस्सों में ही पढ़ाया जाता है- प्राचीन भारत, मध्यकालीन भारत और आधुनिक भारत।
आईजैक के मुताबिक क्लासिकल पीरियड में हमने रामायण और महाभारत महाकाव्य पढ़ाने का सुझाव रखा है। हमारा मानना है कि स्टूडेंट्स को यह पता होना चाहिए कि राम कौन थे और उनका उद्देश्य क्या था?

NCERT पैनल के प्रस्ताव

संविधान की प्रस्तावना हर क्लास की दीवार पर लिखी जाए। यह वहां की क्षेत्रीय भाषा में लिखी होना चाहिए।
नई टेक्स्टबुक में एक या दो के बजाय उन सभी वंशों का जिक्र होना चाहिए, जिन्होंने भारत में शासन किया।
बुक में जीतों और सुभाष चंद्र बोस जैसे नायकों के बारे में जानकारी होगी। छात्रों को भारतीय नायकों और संघर्ष के बारे में जानना चाहिए। इससे उन्हें कॉन्फिडेंस बढ़ेगा।
टेक्स्ट बुक में इंडिया की जगह भारत लिखा जाए।

नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) की किताबों में जल्द ही इंडिया की जगह भारत लिखा नजर आ सकता है। दरअसल, NCERT अपने सिलेबस में नई शिक्षा नीति के तहत बदलाव कर रहा है। इसके लिए 19 सदस्यों की एक कमेटी बनाई गई थी। इस कमेटी ने सिलेबस से प्राचीन इतिहास को हटाकर क्लासिकल हिस्ट्री को और हिंदू योद्धाओं की जीत की कहानियों को शामिल करने की सिफारिश की है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कमेटी के अध्यक्ष सीआई आईजैक ने 25 अक्टूबर को बताया कि भारत का जिक्र विष्णु पुराण जैसे ग्रंथों में है, जो 7 हजार साल पुराने हैं। इंडिया नाम आमतौर पर ईस्ट इंडिया कंपनी और 1757 के प्लासी के युद्ध के बाद इस्तेमाल होना शुरू हुआ। ऐसे में देश के लिए भारत नाम का ही इस्तेमाल किया जाना चाहिए।

Compiled: up18 News