केंद्र सरकार बुधवार को वित्त वर्ष 2022-2023 (FY23) और चौथी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं. बीते वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में भारत की जीडीपी ग्रोथ 6.1 फीसदी रही है. वहीं, पूरे वित्तीय वर्ष 2022-23 में भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट 7.2 फीसदी रही है. नेशनल स्टैटिकल ऑफिस यानी एनएसओ (NSO) के गुरुवार को जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है. नेशनल स्टैटिकल ऑफिस यानी एनएसओ (NSO) की ओर से बुधवार को जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है.
पूरे वित्त वर्ष 2023 में देश की विकास दर रिजर्व बैंक के अनुमान से ज्यादा है. आरबीआई ने 7 फीसदी ग्रोथ का अनुमान लगाया था. वहीं, FY22 में 9.1 फीसदी की विकास दर की तुलना में यह धीमी है. बता दें कि जीडीपी के आंकड़े किसी भी देश के लिए बेहद जरूरी डाटा होता है. दरअसल, ये देश की अर्थव्यवस्था की पूरी तस्वीर दिखाते हैं.
सरकार के लिए राहत की खबर, राजकोषीय घाटे में आई कमी
देश का राजकोषीय घाटा (Fiscal Deficit) वित्त वर्ष 2023 में कम होकर जीडीपी के 6.4% रहा. यह केंद्र सरकार के लक्ष्य के मुताबिक है. इसके पहले वित्त वर्ष 2022 में देश का राजकोषीय घाटा 6.7% रहा था। कंट्रोलर जनरल ऑफ अकाउंट्स (CAG) ने बुधवार 31 मई को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी. रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2023 में केंद्र सरकार का राजकोषीय घाटा 17.33 लाख करोड़ रुपये रहा, जो जीडीपी का 6.4 फीसदी है.
Compiled: up18 News