इंडियन नेवी को मिली साइलेंट किलर ‘सैंड शार्क’, सबमरीन ‘वागीर’ भारतीय नौसेना में शामिल

Exclusive

नौसेना में कलवारी श्रेणी की 5वीं सबमरीन ‘वागीर’ को आज शामिल कर लिया है। कलवारी श्रेणी की चार पनडुब्बियों को पहले ही भारतीय नौसेना में शामिल किया जा चुका है। अब सबमरीन ‘वागीर’ के आने से भारतीय नौसेना समुद्र के अंदर और मजबूत हो गई है।

खतरनाक मिसाइलों और टॉरपीडो से लैस है वागीर

वागीर समुद्री हितों को आगे बढ़ाने के लिए भारतीय नौसेना की क्षमता में काफी इजाफा हुआ है। यह सतह-रोधी युद्ध, पनडुब्बी-रोधी युद्ध, खुफिया जानकारी एकत्र करना, माइन बिछाने और निगरानी मिशन सहित विभिन्न मिशनों को पूरा करने में सक्षम है। वागीर सबमरीन खतरनाक मिसाइलों और टॉरपीडो से लैस है।

350 मीटर की गहराई में हो सकती है तैनात

पूरी तरह से स्वदेशी वागीर पनडुब्बी दुश्मन को ढूंढकर उस पर सटीक निशाना लगाने में सक्षम है। इसको 350 मीटर की गहराई में तैनात किया जा सकता है। स्टेल्थ तकनीकों से लैस होने के चलते दुश्मन इसका आसानी से पता नहीं सकते। इसकी वागीर की सबसे बड़ी खासियत ये है कि ये सबमरीन को दुश्मन अपने रडार से भी नहीं पकड़ पाएगा।

50 दिन तक रहती है पानी के अंदर

वागीर सबमरीन 50 दिनों तक पानी के अंदर ही रह सकती है। यह आधुनिक डीजल और इलेक्ट्रिक अटैक सबमरीन है। इसमें चार MTU 12V 396 SE84 डीजल इंजन के साथ X360 बैटरी सेल्स लगे हुए है। बिना आवाज किए यह सबमरीन तेजी के साथ दुश्मन के पास जाकर हमला कर सकती है। समुद्री लहरों पर इसकी रफ्तार 20 किलोमीटर प्रतिघंटा है, जबकि समुद्र के अंदर गोता लगाने के बाद 37 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति पकड़ लेती है।

Compiled: up18 News