भारत ने रूस से कच्चा तेल खरीदकर 40 हज़ार करोड़ रुपये बचाए

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2021 में यूक्रेन युद्ध से पहले भारत में मंगाए गए तेल में रूस की हिस्सेदारी महज़ दो फ़ीसदी हुआ करती थी. बैंक ऑफ़ बड़ौदा के मुताबिक़ अब ये हिस्सेदारी 20 फ़ीसदी के क़रीब पहुंच गई है. भारत ने बीते साल रूस से जो तेल आयात किया, उससे प्रति टन क़रीब 7300 रुपये की बचत हुई.

अमेरिका और यूरोप की ओर से दबाव के बावजूद भारत ने रूस से तेल ख़रीदना जारी रखा था. सवाल पूछे जाने पर भारत ने रूस के साथ इस तेल ख़रीद का बचाव भी किया था और यूरोप के देशों को घेरा था.

जयशंकर अप्रैल 2022 में अमेरिकी विदेश मंत्री और रक्षा मंत्री के साथ वॉशिंगटन में पत्रकारों के सवालों का जवाब दे रहे थे. तब एक पत्रकार ने रूस से भारत के तेल ख़रीदने पर सवाल पूछा था.

इसके जवाब में एस जयशंकर ने कहा था, ”आप भारत के तेल ख़रीदने से चिंतित हैं लेकिन यूरोप जितना तेल एक दोपहर में ख़रीदता है उतना भारत एक महीने में भी नहीं ख़रीदता.”

Compiled: up18 News