आगरा: नेशनल चैम्बर की बैठक में गेल के अधिकारियों ने कहा, सस्ती गैस चाहिए तो स्वयं को फिरोजाबाद से अलग कराएं उद्यमी

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292 इकाइयों की सूची में से वंचित इकाइयों को मिलेगी गैस
नेशनल चैम्बर की गेल गैस के अधिकारियों के साथ हुई बैठक

आगरा: गेल गैस लिमिटेड के मुख्य महाप्रबंधक एके जिन्दल ने सोमवार को नेशनल चैम्बर ऑफ इंडस्ट्रीज से जुड़े व्यापारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि ऐसी औद्योगिक इकाइयां जिनका नाम 292 की सूची में हैं और गैस कनेक्शन से वंचित हैं, यदि जिला उद्योग केन्द्र इस तथ्य की पुष्टि करता है यह कंपनी 292 की सूची में है तो उसे गैस दी जायेंगी। इसके अतिरिक्त इकाइयां गेल गैस की सहयोगी कंपनी ग्रीन गैस से गैस आपूर्ति के लिए संपर्क कर सकती हैं।

होटल पीएल में चैम्बर अध्यक्ष शलभ शर्मा का अध्यक्षता में गेल गैस लिमिटेड के अधिकारियों के साथ बैठक हुई। इसमें उद्योगों को लेकर चर्चा की गई। अध्यक्ष शलभ शर्मा ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के आदेशानुसार उद्योगों को गैरप्रदूषणकारी ईंधन के रूप में गैस का प्रयोग करना अनिवार्य है, इसलिए गेल गैस एवं उद्योगों में आपस सहयोग आवश्यक है।

मुख्य महाप्रबंधक एके जिन्दल ने कहा कि यहां के उद्योगों के जीवन से ही हमारी कम्पनी का जीवन जुड़ा है। गेल के अधिकारियों ने कहा कि फिरोजाबाद में गैस का उपभोग अधिक और आगरा में निर्धारित मात्रा से भी बहुत कम होता है। इसलिए गैस की बढ़ी हुई कीमत का खामियाजा आगरा के उद्योगों को झेलना पड़ता है। गेल ने स्पष्ट कर दिया किया आगरा-फिरोजाबाद को अलग करना हमारे अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है। इसके लिए चैम्बर द्वारा ही कार्यवाही की जा सकती है।

प्राकृतिक गैस प्रकोष्ठ के चेयरमैन मनोज बंसल ने गैस इकाइयों की व्यावहारिक कठिनाइयों को रखा। बैठक का संचालन करते हुए पूर्व अध्यक्ष अमर मित्तल ने कहा कि एक ऐसा भी अध्यादेश है, जिसमें यह स्पष्ट है कि 5000 एससीएमडी तक गैस उपभोग वाली इकाइयों को ही एपीएम गैस दी जायेगी। धन्यवाद ज्ञापन पूर्व अध्यक्ष राजीव अग्रवाल द्वारा किया गया।

बैठक में गेल गैस लिमिटेड उपमहाप्रबंधक मार्केटिंग आशीष केसरवानी, उपमहाप्रबंधक मार्केटिंग एमएस भटनागर, मुख्य प्रबंधक मनोज कुमार, उपाध्यक्ष मयंक मित्तल, कोषाध्यक्ष मनोज कुमार गुप्ता, अशोक कुमार गोयल, नरेन्द्र सिंह, श्रीकिशन गोयल, सुनील सिंघल समेत कई लोग उपस्थित रहे।