आगरा: जनपद में विशेष अभियान सघन मिशन इंद्रधनुष- 4.0 (आईएमआई-4.0) चलाया जाएगा। इसके लिए माइक्रोप्लान तैयार कर लिया गया है। इसमें नियमित टीकाकरण के दौरान वंचित रह गए शून्य से दो वर्ष की आयु वर्ग के 17098 बच्चों और 4749 गर्भवती महिलाओं को टीके लगाए जाएंगे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि तीन चरणों में संचालित होने वाला यह अभियान जनपद में सात मार्च से शुरू होगा। उन्होंने बताया कि कोविड-19 संक्रमण के दौरान लॉकडाउन एवं अन्य कारणों से टीकाकरण से छूटे हुए बच्चों का टीकाकरण इस अभियान के जरिए किया जाएगा। उन्होंने बताया- सघन मिशन इंद्रधनुष 4.0 के लिए विभागीय स्तर पर सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. संजीव वर्मन ने बताया कि आईएमआई 4.0 में 2547 सत्र लगाकर नियमित टीकाकरण के दौरान वंचित रह गए शून्य से दो वर्ष की आयु वर्ग के 17098 बच्चों और 4749 गर्भवती महिलाओं को टीके लगाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि तीन चरणों में चलने वाले सघन मिशन इंद्रधनुष- 4.0 का प्रथम चरण सात मार्च से शुरू होगा। इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं. उन्होंने बताया कि इसका द्वितीय चरण चार अप्रैल और तृतीय चरण दो मई से शुरू होगा।
डीआईओ ने बताया कि सघन मिशन इंद्रधनुष- 4.0 के लिए संचालित होने वाली गतिविधियों के लिए शासन से तिथियां निर्धारित कर दी गई हैं। 18 फरवरी को राज्य स्तरीय संवेदीकरण, 19 से 23 फरवरी तक जनपद स्तरीय संवेदीकरण एवं ब्लाक स्तरीय अभिमुखीकरण, 24 से 26 फरवरी तक सर्वे, 28 फरवरी से दो मार्च तक माइक्रो प्लान तैयार किया जाएगा, तीन मार्च को जनपद स्तर पर माइक्रो प्लान पूरा कर समीक्षा की जाएगी, चार मार्च को राज्य स्तर पर माइक्रो प्लान जमा करना है। पांच मार्च को राज्य स्तरीय समीक्षा की जाएगी.
अभियान के तहत जिले के सीमावर्ती इलाकों, ईंट भट्ठों, निमाणार्धीन साइट, दुर्गम क्षेत्रों में विशेष रूप से टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने बताया टीकाकरण से अक्सर विस्थापित परिवार छूट जाते हैं। इसमें बड़ी संख्या में मजदूर वर्ग आता है। कामकाज के हिसाब से यह लोग विभिन्न प्रदेशों और शहरों में घूमते हैं। इनके बच्चों का विशेष रूप से ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने बताया टीकाकरण के लिए प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को विशेष रूप से जिम्मेदारी दी गयी है।
क्या है सघन मिशन इंद्रधनुष
सघन मिशन इंद्रधनुष दरअसल विशेष टीकाकरण अभियान है। दो वर्ष से छोटे बच्चे जो नियमित टीकाकरण से छूट जाते हैं। इसके अलावा उन गर्भवती का टीकाकरण किया जाता है जो टीडी टीके से वंचित रह जाती हैं। इस अभियान का नाम इंद्रधनुष इसलिए रखा गया है क्योंकि अभियान के दौरान सात बीमारियों से प्रतिरक्षित करने के लिए टीके लगाए जाते हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह टीकाकरण निशुल्क किया जाता है।
यह टीके लगाए जाएंगे
सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान में शून्य से दो वर्ष तक के बच्चों को बीसीजी, ओपीवी, पेंटावेलेंट, रोटा वैक्सीन, आईपीवी, मीजल्स, विटामिन.ए, डीपीटी बूस्टर डोज, मीजल्स बूस्टर डोज और बूस्टर ओपीवी, पीसीवी के टीके लगाए जाएंगे। इसके अलावा अभियान में गर्भवती महिलाओं को टीडी का टीका लगाया जाएगा।
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