प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात कार्यक्रम के 91वें एपिसोड में देशवासियों से बातचीत की। प्रधानमंत्री ने अपने बातचीत में आजादी की लड़ाई, इसमें शहीद ऊधम सिंह के बलिदान, तमिल स्वतंत्रता सेनानी वान्चीनाथन के साथ ही कर्नाटक के अमृता भारती कन्नडार्थी समारोह का जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि इस बार ‘मन की बात’ बहुत खास है। इसका कारण है इस बार का स्वतंत्रता दिवस, जब भारत अपनी आज़ादी के 75 वर्ष पूरे करेगा। हम सभी बहुत अद्भुत और ऐतिहासिक पल के गवाह बनने जा रहे हैं। ईश्वर ने ये हमें बहुत बड़ा सौभाग्य दिया है।
अगर हम गुलामी के दौर में पैदा हुए होते
पीएम मोदी ने कहा कि आप भी सोचिए… अगर हम गुलामी के दौर में पैदा हुए होते तो, इस दिन की कल्पना हमारे लिए कैसी होती? गुलामी से मुक्ति की वो तड़प, पराधीनता की बेड़ियों से आज़ादी की वो बेचैनी कितनी बड़ी रही होगी। पीएम ने कहा कि जब हम हर सुबह इस सपने के साथ जग रहे होते कि मेरा हिंदुस्तान कब आज़ाद होगा और हो सकता है हमारे जीवन में वो भी दिन आता, जब वंदेमातरम और भारत माँ की जय बोलते हुए हम आने वाली पीढ़ियों के लिए अपना जीवन समर्पित कर देते, जवानी खपा देते।
शहीद ऊधम सिंह को किया याद
पीएम मोदी ने तमिल स्वतंत्रता सेनानी वान्चीनाथन के साथ ही कर्नाटक के अमृता भारती कन्नडार्थी समारोह का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि 31 जुलाई यानी आज ही के दिन हम सभी देशवासी, शहीद ऊधम सिंह जी की शहादत को नमन करते हैं। मैं ऐसे अन्य सभी महान क्रांतिकारियों को अपनी विनम्र श्रद्दांजलि अर्पित करता हूँ जिन्होंने देश के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया।
स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास से जुड़े रेलवे स्टेशन
पीएम मोदी ने कहा कि देश में अनेक ऐसे रेलवे स्टेशन हैं, जो स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि आप भी इन रेलवे स्टेशनों के बारे में जानकार हैरान होंगे। प्रधानमंत्री ने कहा कि इसी जुलाई में एक बहुत ही रोचक प्रयास हुआ है जिसका नाम है- आज़ादी की रेलगाड़ी और रेलवे स्टेशन। उन्होंने कहा कि इस प्रयास का लक्ष्य है कि लोग आज़ादी की लड़ाई में भारतीय रेल की भूमिका को जानें।
पीएम मोदी ने कहा कि झारखंड के गोमो जंक्शन को अब आधिकारिक रूप से नेताजी सुभाष चंद्र बोस जंक्शन गोमो के नाम से जाना जाता है। उन्होंने कहा कि दरअसल इसी स्टेशन पर कालका मेल में सवार होकर नेताजी सुभाष ब्रिटिश अफसरों को चकमा देने में सफल रहे थे।
पीएम ने कहा कि आप सभी ने लखनऊ के पास काकोरी रेलवे स्टेशन का नाम भी जरूर सुना होगा। इस स्टेशन के साथ राम प्रसाद बिस्मिल और अशफाक उल्लाह खान जैसे जांबांजों का नाम जुड़ा है। पीएम ने कहा कि मैं आसपास के स्कूल के विद्यार्थियों से आग्रह करूँगा, टीचर्स से आग्रह करूँगा कि अपने स्कूल के छोटे-छोटे बच्चों को ले करके जरुर स्टेशन पर जाएं और पूरा घटनाक्रम उन बच्चों को सुनाएं, समझाएं।
पीएम ने कहा, अपने घर पर तिरंगा जरूर फहराएं
पीएम ने कहा कि आज़ादी के अमृत महोत्सव के तहत 13 से 15 अगस्त तक एक Special Movement– ‘हर घर तिरंगा- हर घर तिरंगा’ का आयोजन किया जा रहा है। इस मूवमेंट का हिस्सा बनकर 13 से 15 अगस्त तक आप अपने घर पर तिरंगा जरुर फहराएं या उसे अपने घर पर लगाएं। पीएम ने कहा कि तिरंगा हमें जोड़ता है, हमें देश के लिए कुछ करने के लिए प्रेरित करता है। पीएम मोदी ने कहा, मेरा एक सुझाव ये भी है कि 2 अगस्त से 15 अगस्त तक हम सभी अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल पिक्चर में तिरंगा लगा सकते हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि 2 अगस्त का हमारे तिरंगे से विशेष संबंध भी है। इसी दिन पिंगली वेंकैया जी की जन्म-जयंती होती है। पिंगली वेंकैया जीन ने हमारे राष्ट्रीय ध्वज को डिजाइन किया था। पीएम ने कहा कि अपने राष्ट्रीय ध्वज के बारे में बात करते हुए मैं महान क्रांतिकारी मैडम कामा को भी याद करूंगा। तिरंगे को आकार देने में उनकी भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रही है।
चंबा के मिंजर मेले का जिक्र
पीएम ने कहा कि मुझे हिमाचल प्रदेश से ‘मन की बात’ के एक श्रोता आशीष बहल जी का एक पत्र मिला है। उन्होंने अपने पत्र में चंबा के ‘मिंजर मेले’ का जिक्र किया है। दरअसल, मिंजर मक्के के फूलों को कहते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि जब मक्के में फूल आते हैं तो मिंजर मेला भी मनाया जाता है। इस मेले में देशभर के पर्यटक दूर-दूर से हिस्सा लेने के लिए आते हैं। उन्होंने कहा कि संयोग से मिंजर मेला इस समय चल भी रहा है। अगर हिमाचल घूमने गए हुए हैं तो इस मेले को देखने चंबा जा सकते हैं।
-एजेंसी
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