19-20 नवंबर को दिल्‍ली में होगा हिन्दू जनजागृति समिति का हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन

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अधिवेशन हेतु हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु (डॉ.) चारुदत्त पिंगळे जी, ‘सुदर्शन वाहिनी’ के मुख्य संपादक श्री. सुरेश चव्हाणके, ‘ज्ञानवापी’ मुक्ति के लिए लडने वाले अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन, हिंदू इकोसिस्टम के संस्थापक अध्यक्ष श्री. कपिल मिश्रा जी, हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री रमेश शिंदे तथा सनातन संस्था के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री. चेतन राजहंस इनके साथ अनेक मान्यवरों का उद्बोधन होगा ।

विश्व के अधिकांश देश अपने बहुसंख्यक समाज का धर्म, संस्कृति, भाषा एवं हित को संरक्षण देते है । इसके विपरीत भारत में इस्लाम, इसाई तथा अन्य अल्पसंख्यक पंथों को ‘अनुच्छेद 29’ एवं ‘अनुच्छेद 30’ द्वारा विशेष संरक्षण दिया गया है । हिन्दू धर्म पर हो रहे आघात रोकने के साथ सनातन धर्म की रक्षा के लिए भारत हिन्दू राष्ट्र घोषित होना आवश्यक है । इस दृष्टी से इस अधिवेशन में मंदिर मुक्ति, हलाल जिहाद का विरोध, ‘धर्मांतरण प्रतिबंधक’ कानून, विस्थापित कश्मीरी हिन्दुओं का पुनर्वसन; पाकिस्तान, बांग्लादेश और श्रीलंका के हिन्दुओं पर हुए अत्याचार एवं उनकी सुरक्षा, जैसे विभिन्न ज्वलंत विषयों पर मंथन होगा ।

हिन्दू राष्ट्र संसद के 2 विशेष सत्र इस अधिवेशन में होंगे । जिसमें मंदिर रक्षा एवं संवर्धन तथा नई  शिक्षा नीति, इन विषयों पर यह सत्र रहेंगे । जिसमें सहभागी प्रतिनिधी इन विषयों को लेकर अपने प्रस्ताव हिन्दू राष्ट्र संसद में रखेंगे । इस दो दिवसीय अधिवेशन के उपरान्त हिन्दू समाज की मांगे प्रस्ताव के रूप में सरकार के समक्ष रखी जाएगी ।

-up18news