स्मार्ट फोन्स की तरह टीवी भी स्मार्ट हो गया तो इसे इंटरनेट से जोड़ सकते हैं, कई एप्स इस्तेमाल कर सकते हैं, ब्राउज़र खोल सकते हैं और कई तरह के गेम्स भी होते हैं इसमें। इसमें ब्लूटूथ, सोशल मीडिया और कैमरा जैसे कई फीचर मिल जाते हैं। अब क्योंकि ये भी सॉफ्टवेयर पर आधारित टीवी है और इंटरनेट से कनेक्ट हो सकता है तो हैकर्स के लिए इसे हैक करना और निजी जानकारी जुटाना काफ़ी आसान हो जाता है।
कैसे होता है टीवी हैक
अगर टीवी वाई-फाई से जुड़ा हुआ है तो हैकर्स मैलवेयर भेजकर टीवी में मौजूद कैमरे और माइक्रोफोन का इस्तेमाल कर सकता है। इनकी मदद से वो आपकी बात सुन सकता है और नज़र भी रख सकता है। इसके अलावा वेब ब्राउज़िंग या एप की मदद से भी वायरस आ सकता है। दरअसल, स्मार्ट टीवी में एंटीवायरस या सायबर सिक्योरिटी सॉफ्टवेयर नहीं होता, ऐसे में टीवी में वायरस आ सकता है। इसलिए ब्राउज़िंग हिस्ट्री, पासवर्ड और जानकारी निकालना आसान होता है।
ऐसे सुरक्षित रखें टीवी
कई बार लोग टीवी के सॉफ्टवेयर और फर्मवेयर को समय-समय पर अपडेट नहीं करते जबकि इन्हें अपडेट रखने से टीवी में नए फीचर्स जुड़ते हैं और सुरक्षा के लिहाज़ से भी ये ज़रूरी है।
सुरक्षित नेटवर्क
अपना वाई-फाई राउटर सुरक्षित रखें। इससे न केवल टीवी बल्कि उससे जुड़ी अन्य डिवाइस भी सुरक्षित रहेंगी। इसके लिए राउटर में वीपीएन यानी विजुअल प्राइवेट नेटवर्क इंस्टॉल करें। इसके अलावा पासवर्ड भी कठिन रखें। किसी अनजान नेटवर्क को टीवी से न जोड़ें। कई बार किसी डिवाइस से कनेक्ट करने के लिए पॉप-अप आ सकता है, इसलिए अगर टीवी स्क्रीन पर कनेक्ट करने के लिए कोई अनजान विकल्प आता है तो उसे स्वीकार न करें।
फालतू एप्स को हटाएं
टीवी में कई एप्स इंस्टॉल होंगे जो आपके काम की नहीं होंगे। इसलिए केवल वही एप्स टीवी में रखें जिनका इस्तेमाल करते हैं, बाक़ी को हटा दें।
कैमरा व माइक्रोफोन
अगर आपके टीवी में माइक्रोफोन और कैमरा है तो इस विकल्प को बंद रखें। इसे केवल ज़रूरत पड़ने पर ही इस्तेमाल करें या कैमरा ढककर रखें।
हैकिंग का कैसे पता चलेगा?
टीवी की स्क्रीन पर पॉप-अप्स या मैसेज दिखने लगते हैं। टीवी का रिमोट एकदम से काम करना बंद कर देगा। अगर रिमोट बिल्कुल सही है, सारे बटन और बैटरी भी सही है लेकिन फिर भी रिमोट काम नहीं कर रहा तो ये डिवाइस में मैलवेयर आने के संकेत हैं।
टीवी की गति धीमी पड़ जाए या एकदम से सिस्टम धीमा हो जाए तो भी ख़तरा है। अगर टीवी में अनजान एप्स इंस्टॉल हो गए हैं तो यह भी मैलवेयर का संकेत है। अगर टीवी की सेटिंग जैसे रंग, भाषा बदल जाए, जो आपने नहीं किया है तो समझ लीजिए कि आपकी डिवाइस सुरक्षित नहीं है।
मान लीजिए आपने ओटीटी एप खोला और लॉगइन किए हुए अकाउंट में लॉगआउट हो गए हैं। इसमें लॉगइन करने पर एरर मैसेज मिल रहा है और पासवर्ड बदलने के बाद भी एरर नज़र आ रहा है। ऐसा हैकिंग से भी हो सकता है। हैकर टीवी हैक करने के बाद व्यक्ति को उसके एप अकाउंट से ब्लॉक कर देता है या पासवर्ड बदल देता है। उसका अकाउंट पर पूरा नियंत्रण होता है। यहां तक कि व्यक्ति के क्रेडिट कार्ड, बैंक खाते आदि की जानकारी पर भी नियंत्रण हो सकता है।