गुजरातः हिंदू नेताओं के मर्डर की साजिश रचने के आरोप में मौलवी गिरफ्तार

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गुजरात पुलिस ने हिंदू नेताओं के मर्डर की साजिश रचने के आरोप में एक मौलवी को अरेस्ट किया है। पुलिस के अनुसार मौलवी ने इसके लिए पाकिस्तान से हथियार का ऑर्डर भी दिया था। इसके लिए 1 करोड़ की रकम की व्यवस्था की भी थी। पुलिस का दावा है कि तेलंगाना बीजेपी विधायक टी राजा सिंह, पूर्व बीजेपी नेता नूपुर शर्मा, हिंदू सनातन संघ के नेता उपदेश राणा को मारने की साजिश बना रहा था। ये मौलवी दूसरे देशों में बैठे साथियों से कोड वर्ड में ऑनलाइन बात करता था। यह बातचीत लुडो जैसे एक गेम में होती थी। इसमें चैटिंग की भी सुविधा थी। पुलिस के अनुसार इस मौलवी को सूरत क्राइम ब्रांच ने कामरेज में आने वाले कठौर गांव से अरेस्ट किया गया है।

इस्लाम का ट्यूशन, हत्या की साजिश

सूरत पुलिस आयुक्त अनुमप सिंह गहलोत के अनुसार पकड़े गए आरोपी की मोहम्मद सोहेल उर्फ मौलवी अबूबकर टिमोल (27) है। यह इस्लाम पर निजी ट्यूशन भी देता है। इसने कुछ हिंदू नेताओं को मारने के लिए पाकिस्तान और नेपाल के लोगों के साथ 1 करोड़ रुपये की ‘सुपारी’ दी थी। इतना ही नहीं, ये मौलवी पाकिस्तान से हथियार भी मंगवाया था। मौलवी के टारगेट पर हिंदू सनातन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपदेश राणा का नाम पहले नंबर पर था। सूरत क्राइम ब्रांच मौलवी को अरेस्ट करने के बाद पूछताछ और उसके लिक खंगालने में जुटी है। गहलोत के अनुसार में मौलवी कोड वर्ड में बातचीत करता था। वह और उसके साथ ऑनलाइन लूडो जैसा खेल खेलने की जुड़ते थे। इसमें वैटिंग का भी विकल्प था। इसमें यह अपने साथियों से बीजेपी और हिंदू नेताओं को मारने की चर्चा करता था। गहलोत ने कहा यह पूरा मामला काफी पेचीदा है। जरूरत पड़ने अन्य एजेंसियों की मदद ली जाएगी।

क्राइम ब्रांच ने रखा था सर्विलांस पर

पुलिस के अनुसार सूरत की क्राइम ब्रांच पिछले कुछ हफ्तों से टिमोल की गतिविधियों पर नजर रख रही थी। सूत्रों ने बताया कि टिमोल और उसके साथियों पर कुछ केंद्रीय जांच एजेंसियों की भी नजर है। जांच में सामने आया है कि मौलवी ने रामनवमी के दिन सोशल मीडिया पर कुछ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसके बाद इस कामरेज थाना पुलिस ने अरेस्ट किया था। सूरत पुलिस आयुक्त के अनुसार मौलवी के फोन की जांच में सामने आया है कि वह पाकिस्तान और नेपाल के नंबरों से वहां के लोगों के संपर्क में था। टिमोल को मार्च महीने में राणा को धमकियां जारी करने में भी शामिल पाया गया था। गहलोत के अनुसार ग्रुप कॉल में पाकिस्तान और नेपाल के नंबरों को जोड़कर धमकियां जारी की गई थीं। इसके लिए लाओस के एक वर्चुअल नंबर का इस्तेमाल किया गया था।

कौन-कौन था टारगेट?

मौलवी के मोबाइल की जांच में खुलासा हुआ है कि वे उपदेश राणा के साथ बीजेपी के नेताओं को निशान बनाने की साजिश रच रहा था। उसके फोन में बीजेपी नेता टी राजा सिंह और निष्कासित बीजेपी नेता नूपुर शर्मा की तस्वीरें मिली हैं। मोबाइल की जांच में एक ग्रुप में हथियार खरीदने के लिए धन जुटाने का ब्योरा भी मिला है। एक अन्य ग्रुप की चैट में मौलवी ने हिंदू समाज पार्टी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या की चर्चा की है। तिवारी की 18 अक्टूबर 2019 को गोली मारकर हत्या की गई थी। सुदर्शन टीवी के एडीटर सुरेश चव्हाणके के भी टारगेट पर होने की बात कही गई है।

-एजेंसी