हिंडनबर्ग रिपोर्ट से लहुलुहान हुए अडानी ग्रुप के लिए अच्छी खबर है। ग्रुप को दो वैश्विक रेटिंग्स कंपनियों की तरफ से राहत भरी खबर मिली है। इन दोनों कंपनियों ने कहा है कि अडानी ग्रुप के ताजा हालात से उसकी रेटिंग्स पर फिलहाल कोई असर नहीं पड़ेगा। वहीं, ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों में आज मजबूती आई है.
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर ग्रीन लिस्ट में आ गए हैं। वहीं, फिच रेटिंग्स और मूडीज ने अपने-अपने बयानों में कहा है कि उनकी अडानी ग्रुप की कंपनियों और उनके शेयरों की चाल पर नजर है। उनकी रेटिंग में किसी भी बदलाव से पहले हर पहलू का अध्ययन किया जाएगा, तभी कोई फैसला लिया जाएगा।
फिच ने कहा, अभी नहीं बदलेंगे रेटिंग
फिच रेटिंग्स ने शुक्रवार को कहा कि अडानी समूह पर गड़बड़ी का आरोप लगाने वाली शॉर्ट सेलर की रिपोर्ट के मद्देनजर ग्रुप कंपनियों और उनके शेयरों की रेटिंग पर तत्काल कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। रेटिंग एजेंसी ने एक बयान में कहा कि उसे उम्मीद है कि उसके पूर्वानुमानित नकदी प्रवाह में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा।
साल-दो साल तक अडानी ग्रुप को होगी मुश्किल: मूडीज
वहीं, मूडीज इन्वेस्टर्स सर्वेसज ने भी शुक्रवार को अडानी ग्रुप की रेटिंग्स को लेकर बड़ी बात कही। उसने कहा कि शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद मचे उठापटक के आलोक में वह रेटिंग में शामिल अडानी समूह की कंपनियों के वित्तीय लचीलेपन का आकलन कर रही है।
मूडीज ने कहा कि हिंडनबर्ग रिपोर्ट से पैदा हुई कठिन परिस्थितियों में अडानी ग्रुप की कंपनियों को अपने वित्तीय दायित्वों के निवर्हन के लिए फंडिंग जुटाने में साल-दो साल तक मुश्किल होगी। उसने कहा कि पूंजीगत खर्चों या कर्ज चुकाने के लिए अडानी ग्रुप को फंडिंग की जरूरत होगी।
अडानी एंटरप्राइजेज में मजबूती
अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी के लिए एक और खुशखबरी शेयर मार्केट से आई है। ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों में तेजी आई है। सेंसेक्स पर दोपहर 3.14 बजे कंपनी के शेयर 25.30 अंक यानी 1.62 प्रतिशत की उछाल के साथ 1,590 रुपये पर ट्रेड कर रहे थे। वहीं, निफ्टी पर 13.60 अंकों यानी 0.87 प्रतिशत की मजबूती के साथ अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर 1,578.85 रुपये की कीमत पर आ गए। बीएसई और एनएसई, दोनों जगहों पर कंपनी के शेयरों में तेजी का माहौल देखा जा रहा है।
सरकार ने भी कहा, हमें क्या लेना-देना?
गौरतलब है कि अमेरिकी वित्तीय शोध कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च ने उद्योगपति गौतम अडाणी की अगुवाई वाले समूह पर शेयरों में खुल्लम-खुल्ला गड़बड़ी और हिसाब-किताब में धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया गया है। कंपनी के इस आरोप के बाद समूह की कंपनियों के शेयरों में लगातार गिरावट आ रही है। ग्रुप की 10 कंपनियां शेयर बाजार में लिस्ट हैं। आज केंद्र सरकार ने भी कहा कि उसे अडानी ग्रुप पर बयान देने की जरूरत नहीं है क्योंकि वह एक स्वतंत्र निजी कंपनी समूह है।
Compiled: up18 News
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