गौतमबुद्ध नगर: किसान नेताओं ने महात्मा महेंद्र सिंह टिकैत को दी श्रद्धांजलि

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गौतमबुद्ध नगर:  किसानों की लड़ाई को दिल्ली से लखनऊ तक उठाकर सत्ता को हिलाकर रख देने की ताकत रखने के बावजूद भी एक साधारण किसान और ग्रामीण का जीवन जीने वाले भारतीय किसान यूनियन के संस्थापक अध्यक्ष स्वर्गीय महेन्द्र सिंह टिकैत को उनकी  पुण्यतिथि पर किसानों और ग्रामीणों के साथ ही राजनीतिक नेताओं ने भी जमकर याद किया। देशभर में किसान मसीहा बाबा टिकैत को पुष्पांजलि अर्पित करने के लिए अनेक कार्यक्रमों का आयोजन हुआ तो गौतमबुद्ध नगर में दिल्ली एनसीआर के अध्यक्ष परविंदर आवाना के नेतृत्व में किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया,

इस अवसर पर किसानों ने महात्मा टिकैत को श्रद्धासुमन अर्पित किए साथ ही महात्मा टिकैत के सिद्धांतों पर चलने का संकल्प लिया

बता दें कि 15 मई 2011 को भारतीय किसान यूनियन के संस्थापक अध्यक्ष चौ. महेन्द्र सिंह टिकैत का लंबी बीमारी के कारण उपचार के दौरान निधन हो गया था। बाबा टिकैत ने पूरा जीवन किसानों के हितों को लेकर संघर्ष में ही लगा दिया। आठ साल की आयु में बालियान खाप के चौधरी बने महेन्द्र सिंह टिकैत ने करमूखेडी आंदोलन के बाद किसानों को एक बिरादरी के रूप में एकजुट किया और दिल्ली की सत्ता तक को हिलाने का काम कई बार काम किया

इस मौके पर एनसीआर अध्यक्ष परविंदर आवाना का कहना था कि बाबा टिकैत के आदर्शों को हमेशा ढाल बनाकर देश के किसान, मजदूर, शोषित वंचितों, पिछड़ों की इस लड़ाई को निरंतर मजबूती से लडना सीखा हैं, लेकिन आपकी कमी हमेशा इन लड़ाईयो में महसूस होती है,आपके दिखाए गए रास्ते एवं सिखाए गए मार्ग पर, हम आखरी सांस तक इस किसान वर्ग की यह लड़ाई ऐसे ही लड़ते रहेंगे। जो भी लड़ाई देश में किसानों के प्रति जवानों के प्रति एवं पहलवानों की इतनी मजबूती के साथ लड़ी गई वह सब वाला महेंद्र सिंह टिकैत की देन हैं ! जो भी किसान आज इन तानाशाही सरकारों से लड़ने का साहस करता है वह बाबा महेंद्र सिंह टिकैत की देन हैं