गौतम अडानी ने अपनी तरक्की का श्रेय पूर्व पीएम राजीव गांधी को दिया

Business

अडानी ने बताया– ‘कई लोगों को यह जानकर आश्चर्य होगा कि मेरा सफर तब शुरू हुआ था, जब राजीव गांधी देश के प्रधानमंत्री थे। जब उन्होंने एग्जिम पॉलिसी को बढ़ावा दिया और पहली बार कई चीजें OGL (ओपन जनरल लाइसेंस) लिस्ट में आईं, इससे मुझे एक्सपोर्ट हाउस शुरू करने में मदद मिली। अगर वो न होते तो मेरी शुरुआत ऐसी न होती।’

अडानी की बिजनेस यात्रा के चार मोड़

इंटरव्यू में वह सवाल भी पूछा गया जिसकी काफी चर्चा होती है। आलोचक कहते हैं कि पीएम मोदी के कार्यकाल में अडानी का साम्राज्य तेजी से बढ़ा। इस पर अडानी ने जवाब दिया कि देखिए प्रधानमंत्री मोदी और मैं दोनों गुजरात राज्य से आते हैं और ऐसे में मुझ पर इस तरह के आरोप लगाना आसान हो जाता है। जब मैं पीछे मुड़कर अपनी ऐन्टरप्रेन्योर जर्नी को देखता हूं तो मैं इसे चार चरणों में बांट सकता हूं। इसी दौरान उन्होंने राजीव गांधी के कार्यकाल का जिक्र किया। उसी समय उनकी शुरुआत हुई थी।

उन्होंने कहा कि दूसरा बढ़ावा 1991 में मिला। जब देश के प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव थे और वित्त मंत्री डॉ. मनमोहन सिंह थे। उस समय आर्थिक सुधार हुए थे। कई दूसरे एंटरप्रेन्योर की तरह मुझे भी फायदा हुआ। तीसरा टर्निंग पॉइंट 1995 में आया। जब केशुभाई पटेल गुजरात के सीएम बने। उस समय तक गुजरात के सभी औद्योगिक विकास केवल मुंबई से दिल्ली के इर्द-गिर्द तक सीमित रहते थे। जब केशुभाई ने तटीय इलाकों पर ध्यान देना शुरू किया तो पहला पोर्ट बनाने का मौका मिला।

चौथे नंबर पर अडानी ने 2001 में नरेंद्र मोदी के सीएम बनने के बाद के कालखंड को रखा। उन्होंने कहा कि मोदी की नीतियों से गुजरात का आर्थिक विकास तेजी से हुआ है। अडानी ने आगे कहा कि जो भी कहा जाता है वह दुर्भाग्यपूर्ण है। हमारी प्रगति के खिलाफ पक्षपात है। अडानी ने कहा कि मोदी हर नागरिक के जीवन में बदलाव लाए हैं।

Compiled: up18 News