टारगेट किलिंग पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने दिया बड़ा बयान

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फारुख अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर के नेता पार्टी नेता बाबू राम के निधन के बाद उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करने और परिजनों से मुलाकात करने के लिए रियासी जिले में पहुंचे थे। बाबू राम का हाल में ही निधन हो गया था। इस दौरान जब मीडिया ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के मुखिया से घाटी में हाल में हुई हत्याओं के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा, “यह तब तक नहीं रुकेगा जब तक न्याय नहीं मिल जाता।”

टारगेट किलिंग पर फारुख अब्दुल्ला का जवाब

बीते शनिवार (15 अक्टूबर) को शोपियां में एक कश्मीरी पंडित की हत्या हो गई थी जिसके बारे में पूछे जाने पर फारुख अब्दुल्ला ने बताया, “अनुच्छेद 370 को निरस्त हुए (अगस्त 2019 में) चार साल हो चुके हैं, लेकिन फिर भी लोग मर रहे हैं। अगर अनुच्छेद 370 हत्याओं के लिए जिम्मेदार था तो इस निर्दोष पंडित पूरन कृष्ण भट को क्यों मारा गया? इसका कोई कारण होना चाहिए। अनुच्छेद- 370 हत्याओं के लिए जिम्मेदार नहीं था क्योंकि आतंकवाद को बाहर से प्रायोजित किया जा रहा है।”

KFF आतंकी संगठन ने ली हमले की जिम्मेदारी

पूरन कृष्ण भट्ट पर दक्षिण कश्मीर जिले में उनके आवास के पास हमला किया गया था। हमले के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। पुलिस उप महानिरीक्षक सुजीत कुमार ने कहा कि कश्मीर स्वतंत्रता सेनानी (केएफएफ) समूह नामके आतंकवादी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी ली है।
राज्यपाल मनोज सिन्हा ने व्यक्त की संवेदना

जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और राजनीतिक नेताओं ने कश्मीर में हुई टारगेट किलिंग की निंदा की। राज्यपाल मनोज सिन्हा ने ट्वीट किया, “शोपियां में आतंकवादियों द्वारा पूरन कृष्ण भट्ट पर हमला कायरतापूर्ण कृत्य है। शोक संतप्त परिवार के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है। मैं लोगों को विश्वास दिलाता हूं कि अपराधियों और आतंकवादियों को सहायता और उकसाने वालों को कड़ी सजा दी जाएगी।”

-एजेंसी


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