जम्मू और कश्मीर के पूर्व CM फारूक अब्दुल्ला ने फिर की पाकिस्‍तान के साथ बैठकर बात करने की वकालत

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उन्होंने कहा- “क्या मिलेगा, क्या सरहद बदलेगी? इसलिए दोनों मुल्कों को दिमाग में ये बात रखनी चाहिए कि लड़ाई से कुछ नहीं होगा. बातचीत से मसला हल होगा.”

चीन का उदाहरण देते हुए उन्होंने मीडिया से कहा, “जैसे चीन से बात कर रहे हैं, 18 दफा बात हो चुकी है. हर स्तर पर बातचीत हुई है. विदेश मंत्री के स्तर पर वार्ता हुई है लेकिन मामला वहीं पर है. कहीं न कहीं तो रास्ता निकालने की ज़रूरत है. दोनों मुल्कों (भारत और पाकिस्तान) को दिल साफ़ करना पड़ेगा.”

जम्मू और कश्मीर के हालात पर पूर्व मुख्यमंत्री बोले, “आज भी आप देखते हैं कि टेररइज़्म शुरू है, गोलियां मारी जा रही हैं. फौजी मर रहे हैं. लोग मर रहे हैं. अगर सचमुच अमन आ गया है तो फिर ये क्यों हो रहा है क्योंकि वो समझते हैं कि अभी भी इसका फ़ैसला नहीं हुआ है. अब उनको कौन समझाएगा कि ये किसी न किसी तरह बातचीत से ही हो सकता है.”

इस समस्या के हल पर उन्होंने कहा, “दोनों मुल्कों के दिल साफ़ होना चाहिए. दिखावट बहुत हो गई. जब तक कश्मीर के मामले में दोनों मुल्क ईमानदारी से बात नहीं करेंगे तब तक ये सब तमाशा है. इस तमाशे को करते जाएंगे, हर साल होता जाएगा तमाशा, मगर ये मामला वहीं रहेगा.”

रूस-यूक्रेन युद्ध का जिक्र करते हुए फ़ारूक़ अब्दुल्ला ने कहा, “लड़ाई से आप देख रहे हैं कि यूक्रेन में क्या हुआ, अमेरिका को कुछ नहीं हुआ, यूरोप बर्बाद हो रहा है. आर्थिक रूप से बर्बाद हो रहा है और वहां मारे कौन जा रहे हैं?”

Compiled: up18 News