जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान हीथ स्ट्रीक जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं। 49 साल के स्ट्रीक को लीवर में लेवल-4 का कैंसर हुआ है। उनकी हालत बेहद खराब बताई जा रही है। इस खबर के सामने आने के बाद वर्ल्ड क्रिकेट में उनके बेहतर स्वास्थ्य की कामना हो रही है।
1993 में अपने इंटरनेशनल करियर की शुरुआत करने वाले हीथ स्ट्रीक अपने दौर के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर्स में शुमार थे। बाद में वह इंडियन प्रीमियर लीग में कोलकाता नाइटराइडर्स और गुजरात लायंस जैसी टीमों के कोचिंग स्टाफ का भी अहम हिस्सा रहे। अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बांग्लादेश और जिम्बाब्वे को कोचिंग दी।
कोई चमत्कार ही बचा पाएगा
जिम्बाब्वे के खेलमंत्री ने ट्वीट किया, ‘हीथ स्ट्रीक अपने आखिरी पड़ाव पर है। परिवार यूके से दक्षिण अफ्रीका जा रहा है। लगता है कि अब कोई चमत्कार ही उन्हें बचा पाएगा। दुआएं जारी हैं।’ इसके बाद परिवार की ओर से भी एक बयान जारी किया गया, ‘हीथ को कैंसर है और दक्षिण अफ्रीका में सबसे सम्मानित ऑन्कोलॉजिस्ट में से एक उनका इलाज कर रहा है। हम उम्मीद करते हैं कि यह एक निजी पारिवारिक मामला बना रहे, और आपकी प्रार्थनाओं और शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद। इस समय उनके स्वास्थ्य के बारे में कोई और आधिकारिक बयान नहीं दिया जाएगा। कृपया अफवाहों पर ध्यान दें।
2005 में खेला आखिरी मैच
जिम्बाब्वे क्रिकेट के स्वर्णिम काल में स्ट्रीक न सिर्फ टीम का अहम हिस्सा थे बल्कि अपनी कप्तानी में कई यादगार मैच भी जिताए। दाएं हाथ से तेज गेंदबाजी के साथ-साथ वह लोअर ऑर्डर में आकर तेजी से रन बनाने में भी माहिर थे।
1993 से 2005 के बीच हीथ स्ट्रीक ने कुल 65 टेस्ट और 189 एकदिवसीय मैच खेले। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने 1990 रन बनाए और रेड-बॉल क्रिकेट में 216 विकेट झटके। वनडे में स्ट्रीक ने 2943 रन बनाए और 239 बल्लेबाजों को आउट किया। उन्होंने 21 टेस्ट और 68 एकदिवसीय मैच में कप्तानी की। 2021 में उन्हें ICC ने भ्रष्टाचार के आरोपों में आठ साल के लिए बैन कर दिय था।
Compiled: up18 News
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