मैं पिछले 20-22 सालों से तरह-तरह की गालियां खा रहा हूं, वही मेरी एनर्जी: पीएम मोदी

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पीएम ने कहा कि तेलंगाना के कार्यकर्ताओं से मेरा व्यक्तिगत अनुरोध है। कुछ लोग हताशा, भय और अंधविश्वास के कारण मोदी के लिए चुनी हुई गालियों का इस्तेमाल करेंगे। मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप इन युक्तियों से न भटकें।

पीएम ने लोगों से कहा कि गालियों से परेशान नहीं होंगे न… सीना चौड़ा करके चलिए, देखिए हमें याद रखना है कि राजनीति सामान्य मानविकी सेवा करने और उनकी समस्या सुलझाने का माध्यम है। इसलिए राजनीति में हमारा अजेंडा और मकसद हमेशा सेवा भाव से भरा होना चाहिए और साकारात्मक होना चाहिए।

अंधविश्वास के कारण तेलंगाना का विकास रुका’

तेलंगाना के मुख्यमंत्री पर हमला करते हुए पीएम ने कहा, ‘यहां तेलंगाना में अंधविश्वास के नाम पर क्या-क्या हो रहा है यह देश के लोगों को जानना चाहिए। अगर तेलंगाना का विकास करना है, उसे पिछड़े पन से निकालना है, तो उसे सबसे पहले यहां के हर तरह के अंधविश्वास को दूर करना होगा। उन्होने कहा कि यह शहर सूचना और प्रौद्योगिकी का किला है। जब मैं यह देखता हूं कि आधुनिक शहर में अंधविश्वास को बढ़ावा दिया जा रहा है तो बहुत दुख होता है। ऐसा लगता है कि यहां कि सरकार ने अंधविश्वास को राज्याश्रित दिया हुआ है।’

जनता की सेवा में काम आती हैं गालियां’

केसीआर पर निशाना साधते हुए पीएम ने कहा कि तेलंगाना में जिन लोगों को सत्ता मिली है उनका ध्यान सिर्फ मोदी को गाली देने और कोसने में लगा रहता है।

उन्होंने कहा, ‘मैं कल सुबह दिल्ली में था, दोपहर को कर्नाटक में फिर रात को तमिलनाडु पहुंच गया और अब तेलंगाना में हूं। लोग मुझसे पूछते हैं कि इतनी एनर्जी कहां से आती है? मैं बताता हूं कि मैं रोज ढाई-तीन किलो गाली खाता हूं। परमात्मा ने मेरे अंदर ऐसी रचना कर दी है कि सारी गालियां अंदर जाकर न्यूट्रीशन में प्रॉसेस हो जाती हैं, सकारात्मक ऊर्जा बन जाती हैं। जो जनता की सेवा में काम आती हैं।’

‘खोजते हैं नई-नई गालियां’

प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘जो दिन रात मुझे गाली देते हैं, नई-नई गालियां खोजते रहते हैं, मैं उन्हें कहना चाहता हूं कि चाहे कितनी ही गालियां दीजिए, मैं हजम कर जाऊंगा। बीजेपी को गालियां दीजिए कोई फर्क नहीं पड़ता लेकिन तेलंगाना के लोगों को गाली दी तो लेने के देने पड़ जाएंगे। लोगों के सपनों से मुकाबला किया तो मामला बहुत संगीन हो जाएगा।’

‘गाली देने से भला हो तो देते रहिए’

पीएम ने कहा कि मोदी और बीजेपी को गाली देने से अगर तेलंगाना का भला होता है तो देते रहिए। अगर लोगों की सुख-सुविधा बढ़ती है तो देते रहिए। बीजेपी और मोदी को गाली देकर किसान समृद्ध होते हैं तो जरूर दीजिए। तेलंगाना के किसानों की स्थिति किसी से छिपी नहीं है। हल्दी किसान किन हालातों मे हैं किसी से छिपा नहीं है। विकास के रास्ते में रोड़े अटकाए जा रहे हैं।

तेलंगाना मेरे लिए बना टर्निंग पॉइंट

मोदी ने कहा कि ‘बीजेपी तेलंगाना में पॉजिटिव अजेंडा के साथ आ रहे हैं। मिलकर विकास की नई गाधा लिखेंगे। तेलंगाना और हैदराबाद मेरे लिए खास है। 2013 में मैं यहां आया था। तब मैं पार्टी का पीएम उम्मीदवार भी नहीं था। सिर्फ प्रचार समिति का हिस्सा था, लेकिन तेलंगाना ने जो प्यार दिया, वह देश के लिए टर्निंग पॉइंट न गया था। मैं आपके इस प्यार को ब्याज समेत लौटा रहा हूं और लौटाता रहूंगा।’

‘खुद आगे बढ़े, तेलंगाना को पीछे ढकेला’

मोदी ने कहा कि मुझे अफसोस है कि तेलंगाना के नाम पर जो लोग फले-फूले, आगे बढ़े, सत्ता पाई, वह खुद तो आगे बढ़ गए लेकिन तेलंगाना को पीछे ढकेल दिया। तेलंगाना का जो सामर्थ्य है, तेलंगाना के लोगों की जो प्रतिभा है, उसके साथ यहां की सरकार और नेता लगातार नाइंसाफी करते रहते हैं।

-एजेंसी