मुंबई। द केरला स्टोरी के बाद आतंकवाद पर प्रहार करती फिल्म 72 हूरें का टीजर आज जारी कर दिया गया है। दो बार के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता निर्देशक संजय पूरन सिंह चौहान इस फिल्म का निर्देशन कर रहे हैं। इसके प्रोड्यूसर गुलाब सिंह तंवर व कोप्रोड्यूसर अशोक पंडित हैं। इस फिल्म के माध्यम से बताया जाएगा कि एक आतंकवादी को कैसे ट्रेन किया जाता है और उसके दिमाग में क्या चल रहा होता है।
ये साल लिबरल-वामी-कामी गैंग के लिए नाईटमेयर से कम नहीं है 😄 pic.twitter.com/zyvp1ks3i7
— Ashish Nautiyal (@ashu_nauty) June 4, 2023
विश्व के लिए आतंकवाद एक बहुत बड़ी समस्या क्यों
गौरतलब है कि पूरे विश्व में आतंकवाद एक बहुत बड़ी समस्या है। भारत में चाहे 26/11 का हमला हो या 11 जुलाई को ट्रेन में हुए बम धमाके हो। आतंकवाद सभी की के लिए बड़ी चिंता का विषय हैं लेकिन इन सभी बातों के साथ यह बात भी ध्यान में आती है कि आतंकवादी कौन बनता है या कैसे बनाए जाते है। वह किसी विशेष जगह से नहीं आते। उनके शरीर के खून का रंग या शारीरिक वेशभूषा अलग तरह की नहीं होती हैं। उन्हें आतंकवादी उनके दिमाग से बनाया जाता है।
72 हूरों का क्या है अवधारणा
एक ऐसा माइंडसेट तैयार किया जाता है, जो बेगुनाह लोगों को मारने के लिए तैयार होता है और ऐसा धर्म और जिहाद के नाम पर किया जाता है। कई बार आतंकवादियों को 72 हूरों के कांसेप्ट के माध्यम से भी ब्रेनवाश किया जाता है। कई आतंकवादी इस चक्कर में भी इस ट्रैप में फंस जाते हैं कि उन्हें लगता है कि मौत के बाद उन्हें व्यक्तिगत 72 हूरें मिलने वाली है।
क्या 72 हूरों का कांसेप्ट वाकई सच है या यह फिक्शनल है या ऐसा जिहाद फैलाने के लिए किया जाता है। मौत के बाद अगर आत्मा यूं ही भटकती रही तो 72 हूरें कैसे मिलेंगी। इन सभी विषयों पर चर्चा करने के लिए इसी नाम से बनी फिल्म का टीजर जारी कर दिया गया है। इसमें इस बात का रियलिटी चेक किया गया है कि सुसाइड बॉम्बर ब्रेनवाशिंग का प्रोडक्ट होते हैं। उन्हें धर्म और विश्वास के नाम पर आतंकवादी बनाया जाता है।
संजय पूरन सिंह चौहान ने इस बारे में बताते हुए कहा कि दिमाग में धीरे-धीरे जहर भरा जाता है। इसके माध्यम से एक साधारण इंसान को सुसाइड बॉम्बर बनाया जाता है। आपको इस बात पर भी विश्वास करना चाहिए कि आतंकवादी कई बार अपने परिवारों के साथ इसमें कूद पड़ते हैं। उन्हें 72 हूरों का लालच दिया जाता है। इसके बाद वे विनाश की राह पर चल पड़ते हैं। आतंकवाद से जुड़े इस महत्वपूर्ण विषय पर बात करनी आवश्यक थी।”
-एजेंसी
Discover more from Up18 News
Subscribe to get the latest posts sent to your email.