नोएडा। जेवर एअरपोर्ट पर आज विमान लैंडिग का ट्रायल सफलता पूर्वक संपन्न हुआ। इंडिगो की इस फ्लाइट का उतरने के साथ ही वॉटर कैनन से स्वागत किया गया। इस लैंडिंग के बाद मिले डेटा के आंकलन के आधार पर आगे कमर्शियल फ्लाइट को अनुमति मिलेगी।
इससे पहले डीजीसीए ने एयरपोर्ट का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के बाद फर्स्ट लैंडिंग की अनुमति दी थी। आज की फ्लाइट में कोई यात्री नहीं था। विमान में केवल चालक दल के सदस्य ही सवार थे। चूंकि आज का ट्रायल सफल रहा है इसलिए अनुमान लगाया जा रहा है कि अप्रैल से जेवर एयरपोर्ट से कमर्शियल उड़ानों की शुरुआत हो जाएगी।
जेवर हवाई अड्डे के रनवे का निर्माण स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख हवाई अड्डा प्राधिकरण के सहयोग से किया गया है। जेवर हवाई अड्डे का रनवे लगभग 3.9 किलोमीटर लंबा है। इसका नंबर 10 से 28 तक दिया गया है। हवाई अड्डे के सीईओ क्रिस्टोफ स्नेलमैन का कहना है कि यदि आज का ट्रायल सफल रहता है, तो फिर किसी और वैलिडेशन की जरूरत नहीं होगी।
जेवर हवाई अड्डा उत्तर प्रदेश का पांचवां अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा। इसके शुरू होने के बाद उत्तर प्रदेश में कुल पांच अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे हो जाएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 नवंबर 2021 को इस हवाई अड्डे की आधारशिला रखी थी। यह दिल्ली-एनसीआर का तीसरा व्यावसायिक हवाई अड्डा होगा, जो इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (आईजीआई) और हिंडन क्षेत्रीय हवाई अड्डे के बाद बनकर तैयार होगा।
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