प्रसिद्ध लेखक नमिता गोखले के उपन्यास ‘आंधारी‘ का जयपुर साहित्योत्सव में होगा लोकार्पण

Press Release

जयपुर । भारतीय अंग्रेजी की प्रसिद्ध लेखक नमिता गोखले के नवीनतम उपन्यास आंधारी‘ का जयपुर साहित्योत्सव में लोकार्पण होगा। इस अवसर पर लेखक के साथ इस उपन्यास और उनके लेखन पर विशेष बातचीत भी होगी। नमिता गोखले को उनकी  चर्चित किताब थिंग्स टू लिव बिहाइंड के लिए 2021 में अंग्रेजी भाषा के लिए साहित्य अकादमी के प्रतिष्ठित पुरस्कार सम्मानित किया था,यह पुस्तक  राग़ पहाड़ी शीर्षक से हिंदी में राजकमल प्रकाशन द्वारा प्रकाशित की गयी थी।

इस संबंध में लेखक नमिता गोखले ने कहा मेरे उपन्यास द ब्लाइंड मैट्रीआर्क’ के संवेदनशील अनुवाद में प्रभात रंजन ने महामारी काल के इस शांत उपन्यास की हर बारीकी को बहुत बेहतर तरीक़े से दर्ज किया है। उपन्यास का हिन्दी शीर्षक आंधारी’ उपन्यास की मूल कथा तथा अन्य कथाओं के सार को बखूबी बयान करता है।

आंधारी‘ के प्रकाशन को लेकर खुशी जताते हुए राजकमल प्रकाशन के प्रबंध निदेशक अशोक महेश्वरी ने कहावरिष्ठ कथाकार नमिता गोखले के नवीनतम उपन्यास को प्रकाशित करना हमारे लिए गर्व और संतोष की बात है। हिन्दी पाठकों के लिए अन्य भाषाओं की उल्लेखनीय कृतियों के स्तरीय अनुवाद प्रकाशित करना हमेशा से हमारी प्राथमिकता में रहा है। नमिता जी की कृतियों को व्यापक रूप से सराहा गया है। उनका यह चर्चित उपन्यास हिंदी पाठकों को उपलब्ध करना हमने जरूरी समझा।

उन्होंने कहा, ‘आंधारी‘ नमिता जी की दूसरी पुस्तक है जिसे हमने हिन्दी अनुवाद में प्रकाशित किया है। इससे पहले हम उनकी एक और चर्चित पुस्तक राग पहाड़ी‘ प्रकाशित कर चुके हैं। हमें पूरा विश्वास है कि  राग पहाड़ी‘ की तरह आंधारी‘ भी हिंदी पाठकों को पसंद आएगी।

आंधारी‘ भारत की कोरोनो वायरस के साथ जंगकंटेनमेंट ज़ोन और अंतरराज्यीय सीमाओं के पूर्ण लॉकडाउन और घरों में कैद एक वास्तविक समय की कहानी है। उपन्यास की धुरी एक ऐसी ख़ुदमुख़्तारप्रकृति-सजग वृद्धा हैजो इतने कठिन और अभूतपूर्व समय में एक इमारत की चौथी  मंजिल में अपने संयुक्त परिवार के  साथ रहती है। यह पुस्तक महामारी काल में  केवल एक संयुक्त परिवार की बहुस्तरीय कथा नहीं है बल्कि भारत की जिस विविधता पर हम गर्व करते आये हैं उस पर एक साहसी और सामयिक टिप्पणी है।