आगरा: फ़ूड प्रोसेजिंग इंड्रस्टीज के भविष्य पर मंथन को एक मंच पर आए कई संंगठनों से जुड़े उद्यमी

Press Release

आगरा: संजय प्लेस स्थित होटल पीएल पैलेस पर रावी इवेंट्स और फेडरेशन ऑफ़ कोल्ड स्टोरेज एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया की ओर संयुक्त रूप से फ़ूड इंड्रस्टीज मूविंग अहेड विजन 2030 के साथ भविष्य की फ़ूड इंड्रस्टीज पर परिचर्चा हुई।

इसमें लघु उद्योग निगम लिमिटेड के उपाध्यक्ष राकेश गर्ग ने कहा कि देश में फ़ूड का मार्केट बढ़ रहा है। अब प्रदूषण रहित और इको फ्रेंडली इंड्रस्टीज लगा सकते है। आवश्यकता के बदलते परिवेश में व्यापर की संभावनाएं अपार हैं। अब फोन से भी ऑनलाइन ऑर्डर लोगों के पास आते हैं।

राजेश गोयल ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत में फ़ूड इंड्रस्टीज सेक्टर में अपने उद्यम लगाए जाएं। 10 लोगों को रोजगार के अवसर के नए आयाम स्थापित किए जाएं। राजेश अग्रवाल रसोई रत्न ने कहा कि आगरा में पहले 200 से अधिक दाल मिल थीं। अब ये उत्पादन आगरा में लगभग ख़त्म हो गया है। बड़े ब्रांडो के साथ छोटे ब्रांडो को कैसे सर्वाइव करना होगा, इस पर मंथन जरूरी है।

सिद्धार्थ अग्रवाल शिल्पा मसाले ने कहा कि आज के समय में व्यापारी नया व्यापार करने से डरता है। किसी व्यापार में मार्जन कम होता है तो इसके फेल होने का डर भी सताता है। सरकार को अपनी योजनाओं को व्यवाहारिक और आसान बनाना चाहिए। नितिन गोयल मुंशी पन्ना मसाले ने कहा कि ब्रज में खानपान का समागम है। लोग ब्रज का स्वाद पसंद करते हैं। ऐसे में पूरे ब्रज क्षेत्र में परम्परागत फ़ूड इंड्रस्टीज को विकसित किया जा सकता है।

सरकार दे रही सब्सिडी

एमएसएमई मंत्रालय के असिस्टेंड डायरेक्टर डॉ. मुकेश शर्मा ने कहा कि दक्षिण भारतीयों का खाना पहले दक्षिण में ही था। अब सब जगह उपलब्ध है। नए उद्यमी कम्युनिटी किचन चला सकते हैं। इस दिशा में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम में शहरी क्षेत्र में 15 प्रतिशत और ग्रामीण क्षेत्र में 25 प्रतिशत सब्सिडी मिलती है। पहले उत्पादनकर्ता को 25 लाख और सर्विसेज के लिए दस लाख के प्रोजेक्ट्स कवर होते थे। अब नए उद्यमी के लिए एमएसएमई मंत्रालय ने इसे डबल कर दिया है।

भारत के खाद्य बाजार की ओर देख रहा विश्व

आयोजक रावी इवेंट्स के निदेशक मनीष अग्रवाल ने कहा कि भारत के खाद्य बाजार की ओर विश्व का बाजार देख रहा है। असीमित संभावनाओं के साथ भारतीय खाद्य प्रसंस्करण लगातार बढ़ रहा है। निर्यात के क्षेत्र में भारत विश्व बाजार में मजबूती के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है। बस जरूरत है क़्वालिटी प्रोडक्ट निर्माण के साथ विश्व स्तरीय खाद्य की मांग को समझने की। उन्होंने बताया कि होटल जेपी पैलेस में पांच और छह अगस्त को फ़ूड आर्ट चेन एन्ड टेक्नोलॉजी शो होने जा रहा है।

ये रहे मौजूद

कार्यक्रम का संचालन अमित सूरी ने किया। धन्यवाद प्रोजेक्ट कोर्डिनेटर रिपुदमन सिंह ने किया। इस अवसर पर सुनील सिंघल, अंशुल अग्रवाल चैप्टर प्रेसिडेंट आईआईए, आगरा कोल्ड स्टोर एसोशिएसन से कमल नयन, राजन गोयल, जगदीश मित्तल, अजय गुप्ता, लघु उद्योग भारती से अनुज सिंघल, सिद्धार्थ अग्रवाल, शैलेश अग्रवाल, अशोक लालवानी, उत्तम ग्रुप से संजीव सिंह, वरिष्ठ उद्यमी अशोक अग्रवाल, मुकुंद मंगल, पंछी पेठा से सुभाष चंद्र गोयल, आगरा स्वीट नमकीन एसिसोएिशन से विकास बंसल आदि मौजूद रहे।

भारत फ़ूड इंड्रस्ट्री में दूसरे पायदान पर है

उपनिदेशक उद्यान कौशल कुमार नीरज ने कहा कि भारत फ़ूड इंड्रस्ट्री में दूसरे पायदान पर है। उत्पादन के हिसाब से खपत ज्यादा है। उत्पादन ख़राब भी ज्यादा हो रहा है। दस साल पहले आलू का प्रसंस्करण एक प्रतिशत प्रोसेजिंग हो रहा था। अब 10 प्रतिशत हो रहा है। इसका ग्राफ और प्रोसेजिंग का भविष्य उज्जवल है। शीतगृहों के आधुनिकीकरण की आवश्यकता है। साथ ही किसान फ़ूड प्रोसेजिंग और उच्च गुणवत्ता के आलू कृषि उत्पाद की आवश्यकता है। मेगा फ़ूड पार्क एक बड़ी योजना है। अब तक 19 पार्क देश में बन चुके हैं। अगर आगरा में 20 वां पार्क बनता है तो इससे हज़ारों की संख्या में किसानों और व्यपारियों को बड़ा लाभ होगा।

राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम लिमिटेड के वरिष्ठ शाखा प्रबंधक समीर अग्रवाल ने कहा कि राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम लिमिटेड व्यापारियों के लिए मिनी वेबसाइट और बड़े टेंडर में तकनीकी सहयोग प्रदान करते हैं। निगम के सहयोग से कच्चा माल सस्ते मूल्यों पर मिलता है।

सीए नीतेश गुप्ता ने कहा कि सरकार के पास बहुत सी योजनाएं हैं। इसमें अधिकतम दो करोड़ तक के प्रोजेक्ट हैं। छोटे-छोटे व्यापार की यूनिट स्थापित करने के लिए 25 प्रतिशत कैपिटल इंसेंटिव मिलता है। स्टार्टअप के लिए प्राइवेट इन्वेस्टर भी बहुत है अच्छा विकल्प है।

फ़ूड इंस्ट्रेक्टर प्रोडक्शन गवर्मेंट फ़ूड साइंस डिपार्टमेंट लोकेश सेंगर ने कहा कि स्टार्टअप के व्यापारियों और असंगठित क्षेत्र के लिए प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना में 25 से 35 प्रतिशत सब्सिडी है। 10 प्रतिशत कैपिटल अमाउंट लगा कर 90 प्रतिशत लॉन में सहायता मिलती है।