श्रीलंका में उप्रदवियों को देखते ही गोली मारने का आदेश, सेना और पुलिस को आपातकालीन शक्तियां

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श्रीलंका के रक्षा मंत्रालय ने सार्वजनिक संपत्ति को नुक़सान पहुँचाने वाले या किसी की जान के लिए ख़तरा बनने वाले व्यक्ति को देखते ही गोली मारने का आदेश जारी किया है.

अब तक के सबसे बुरे आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका में विरोध प्रदर्शन हिंसक होते जा रहे हैं और दंगों की शक्ल ले रहे हैं.

देश के रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता नलिन हेरथ ने कहा, “सुरक्षा बलों को सार्वजनिक संपत्ति को लूटने या जान को नुक़सान पहुँचाने वाले किसी भी व्यक्ति को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया गया है. ”

दरअसल, इससे ठीक एक दिन पहले प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने सत्तारूढ़ दल के नेताओं के घरों को निशाना बनाया और इसे आग के हवाले कर दिया. यहाँ तक कि राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास के आसपास के इलाकों में भी आग लगा दी गई. अब हालात को देखते हुए देश की सेना और पुलिस को आपातकालीन शक्तियां दी गई हैं.

सेना के लिए मिली इन नई आपातकालीन शक्तियों का मतलब है कि सेना लोगों को पुलिस को सौंपने से पहले 24 घंटे तक हिरासत में रख सकती है जबकि निजी वाहनों सहित निजी संपत्ति की कभी भी तलाशी ली जा सकती है.

देश में ईंधन, खाने, दवा और आधारभूत चीज़ों की भयंकर कमी है, जिसे लेकर बीते एक महीने से भी अधिक समय से आमलोग राजपक्षे परिवार के खिलाफ़ कोलंबो की सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं. बीते सप्ताह तक ज्यादातर प्रदर्शन शांतिपूर्ण थे लेकिन बीते कुछ दिनों से प्रदर्शन हिंसक होते जा रहे हैं.

प्रदर्शन कर रहे लोगों की मांग है कि देश में आए भयानक आर्थिक संकट के लिए राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ज़िम्मेदार हैं और वो इस्तीफ़ा दें.

इससे पहले उनके भाई और देश के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने अपने पद से इस्तीफ़ा दिया था. लेकिन इस इस्तीफ़े से उग्र प्रदरशनकारियों का गुस्सा शांत नहीं हुआ.
मंगलवार को सरकार ने सुरक्षाबलों को ये अधिकार दे दिया है कि अगर कोई व्यक्ति ‘किसी की जान के लिए ख़तरा बनता है’ तो उसे सुरक्षा बल सीधे गोली मार दी जाए.

राजधानी कोलंबो की सड़कों पर दसियों हज़ार थल सेना, नौसोना और वायुसेना के सैनिकों की तैनाती की गई है जो शहर की पेट्रोलिंग कर रहे हैं. कोलंबो के गलैस फेस ग्रीन पार्क में बड़ी तादात में प्रदर्शनकारी इकट्ठा हो रहे हैं.

पुलिस के मुताबिक़ हिंसक प्रदर्शनों में अब तक आठ लोगों की मौत हुई है और शहर के मुख्य अस्पताल ने बीबीसी को बताया कि अब तक कुल 200 लोग हिंसक प्रदर्शनों में घायल हुए हैं.

-एजेंसियां