ED ने राहुल गांधी को फिर भेजा समन, 13 जून को किया गया तलब

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नेशनल हेराल्ड केस में प्रवर्तन निदेशालय ED ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को दोबारा समन जारी किया है। उन्हें पूछताछ के लिए 13 जून को तलब किया गया है। इससे पहले ईडी ने कांग्रेस नेता को दो जून को समन भेजकर 08 जून को तलब किया था। हालांकि, विदेश में होने के चलते वह पूछताछ के लिए ईडी के सामने पेश नहीं हुए थे।

सूत्रों ने बताया कि राहुल गांधी देश से 19 मई को रवाना हुए थे। वे 20 से 23 मई के बीच लंदन में आयोजित कार्यक्रमों में शामिल हुए थे। उसके बाद से वे भारत नहीं लौटे हैं। राहुल गांधी के 5 जून तक स्वदेश लौटने की उम्मीद है। वहीं इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी नोटिस जारी किया गया है। उन्हें आठ जून को ईडी ने तलब किया है।

ईडी के नोटिस से नहीं टूटेगा सोनिया-राहुल का हौसला: कांग्रेस

ईडी के समन पर कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से कहा कि ‘जब कांग्रेस अंग्रेजों व उनके अत्याचार से नहीं डरी तो ईडी के नोटिस कैसे सोनिया गांधी जी व राहुल गांधी जी तथा पार्टी का हौसला तोड़ सकते हैं? हम जीतेंगे, झुकेंगे नहीं। हम नहीं डरेंगे।’

राजनीति से प्रेरित मामला: अभिषेक मनु सिंघवी

उधर, कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने बीते बुधवार को मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि दोनों नेता ईडी के सामने पेश होंगे। हम उनका सामना करेंगे। हम इस तरह की रणनीति से डरे हुए या भयभीत नहीं हैं। यह राजनीति से प्रेरित मामला है और इसमें किसी जांच की जरूरत नहीं है। सुरजेवाला और सिंघवी ने पुष्टि की कि जब भी ईडी चाहेगा गांधी परिवार जांच में शामिल होगा।

धन का हस्तांतरण नहीं हुआ तो फिर मनी लॉन्ड्रिंग कहां?

सिंघवी के अनुसार नेशनल हेराल्ड अखबार एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) द्वारा प्रकाशित किया जाता है, जिस पर कर्ज हो गया था। इसके बाद कांग्रेस ने कई दशकों में उसमें 90 करोड़ रुपये का निवेश किया।

एजेएल ने वही किया जो भारत या विदेश में हर कंपनी करती है। कंपनी ने अपने कर्ज को इक्विटी यानी हिस्सेदारी में बदल दिया। इसके बाद 90 करोड़ रुपये की इक्विटी एक नई कंपनी यंग इंडिया को सौंपी गई।

सिंघवी ने कहा कि यंग इंडिया में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और कुछ अन्य कांग्रेस नेताओं के शेयर थे। यंग इंडिया को गैर-लाभकारी कंपनी के रूप में रजिस्टर्ड किया गया। इस लेनदेन के माध्यम से एजेएल कर्ज मुक्त कंपनी बन गई। एक भी संपत्ति और धन का हस्तांतरण नहीं हुआ तो फिर मनी लॉन्ड्रिंग कहां है? पैसा कहां है? कोई पैसा स्थानांतरित नहीं किया गया था फिर भी मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया गया।

-एजेंसियां


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