तुर्किये में एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। पिछले 36 घंटों में पांचवीं बार तुर्किये में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। यूरोपीय भूमध्यसागरीय भूकंप विज्ञान केंद्र (ईएमएससी) के अनुसार पूर्वी तुर्किये क्षेत्र में 5.7 तीव्रता का भूकंप आया है। भूकंप का केंद्र 46 किमी (28.58 मील) की गहराई पर था। इससे पहले आज सुबह भी मध्य तुर्किये में 5.6 तीव्रता का भूकंप आया था।
तुर्किये-सीरिया में भूकंप ने मचाई तबाही
बता दें कि एक दिन पहले भी तुर्किये और सीरिया में भूकंप के जोरदार झटके महसूस किए गए थे। 7.8 की तीव्रता वाले भूकंप ने दोनों देशों में हजारों लोगों की जान ले ली है। करीब चार हजार से अधिक लोगों की भूकंप के कारण जान चली गई है। तुर्किये में 7.8, 7.6 और 6.0 तीव्रता के लगातार 3 भूकंप आए थे।
अब तक 5000 लोगों की मौत
तुर्किये और सीरिया में शक्तिशाली भूकंपों के कारण अब तक 5000 लोग मारे गए हैं। एपी की रिपोर्ट के अनुसार तुर्किये-सीरिया में व्यापक तबाही के बीच मरने वालों की संख्या में वृद्धि जारी है। बता दें कि भारत ने अब तक भूकंप प्रभावित तुर्की में दो बचाव दल भेजे हैं।
राहत सामग्री का पहला जत्था तुर्किये पहुंचा
भारत से भूकंप राहत सामग्री का पहला जत्था आज तुर्किये पहुंच गया है। बता दें कि यूपी के गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस से तुर्किये के लिए पहला जत्था रवाना हुआ था।
5 हजार से अधिक की मौत
तुर्किये-सीरिया में आए भूकंप में 5000 से ज्यादा मौत हो गईं जबकि 10 हजार से ज्यादा लोग जख्मी हैं। इसके अलावा दोनों देशों में भारी नुकसान भी हुआ है। बताते चलें कि दोनों देशों की सीमा पर सोमवार तड़के रिक्टर पैमाने पर 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था। जिसमें जानमाल का भी नुकसान हुआ है।
3 दिन पहले हो गई थी इस भूकंप की भविष्यवाणी
इस बीच मिडिल ईस्ट में आए भूकंप के बारे में पहले से जताई गई आशंका को लेकर किए गए ट्वीट अब वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया पर डच शोधकर्ता का भूकंप की संभावना को लेकर तीन फरवरी को किए ट्वीट वायरल हो रहा है।
तीन फरवरी को भूकंप की भविष्यवाणी
सोलर सिस्टम ज्योमेट्री सर्वे (SSGOES) संस्था के शोधकर्ता फ्रैंक हूगरबीट्स ने तीन फरवरी को ट्वीट किया था कि मध्य तुर्किये, जॉर्डन और सीरिया में जल्द ही 7.5 तीव्रता का भूकंप आएगा। उन्होंने भूकंप आने से तीन-चार दिन पहले ही अनुमान लगाया था, जो अब वायरल हो रहा है।
हालांकि, कई लोगों ने इस दावे को खारिज किया। कई लोगों ने कहा कि हूगरबीट्स का अनुमान वैज्ञानिक प्रमणों द्वारा समर्थित नहीं था।
भविष्यवाणी पर अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण का इंकार
एक अन्य भूकंप विज्ञान शोधकर्ता ने कहा कि भूकंप ग्रहों के संरेखण से शुरू नहीं होते हैं और इसकी भविष्यवाणी करने का कोई वैज्ञानिक तरीका नहीं है। अगर लोगों के मन में कोई प्रश्न हैं तो कृपया वास्तविक भूकंपविज्ञानी से संपर्क करें। वहीं, कुछ लोगों ने हूगरबीट्स की बातों पर विश्वास किया और कई उदाहरण दिए। इस मामले पर अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण ने कहा कि भूकंप की भविष्यवाणी नहीं की जा सकती है।
Compiled: up18 News