घोर लापरवाही: आगरा के लेडी लायल हॉस्पिटल और एसएन मेडिकल के कारण प्रसूता की जान पर बनी, ले जाना पड़ा निजी अस्पताल, हालत गंभीर

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आगरा के लेडी लायल हॉस्पिटल ने मीनू दिवाकर नाम की महिला को लेवर पेन होने के कारण भर्ती किया। लंबे समय तक उसके पति नवीन दिवाकर को गुमराह किया गया कि सुबह तक बच्चा हो जायेगा। पर अचानक इलाज ना मिलने के अभाव मे पत्नी की हालत गंभीर हो गयी। लेडी लायल ने पल्ला झाड़ते हुहे केस एसएन रेफर किया।

नवीन दिवाकर ने अपनी पत्नी मीनू को 30 जुलाई की सांय तक़रीबन 3 बजे लेडी लायल हॉस्पिटल मे भर्ती कराया। जहाँ डॉक्टर ने पहले तो उसकी पत्नी को हॉस्पिटल के बाहर ऐसे ही डाल रखा।

पति नवीन ने बड़ी जद्दोजहद और मीडियाकर्मियो की सहायता से लेडी लायल हॉस्पिटल की प्रधानाचार्य डॉ रेखा गुप्ता से कहा सुनी करके पत्नी को भर्ती करवाया। लंबे वक़्त तक हॉस्पिटल में डॉक्टर की तरफ से कोई भी इलाज नहीं दिया गया।

पति लगातार पूछता रहा की मेरी पत्नी को बच्चा कब होगा तो डॉक्टर बोले सब ठीक सुबह तक हो जाएगा। इसी भरोसे के कारण तक़रीबन रात 2:30 बजे प्रसूता की हालत अचानक बिगड़ गयी तो डॉ ने प्रसूता को एसएन रेफर कर दिया।

एसएन हॉस्पिटल में भी पीड़ित को ना ही इलाज मिला और ना ही बेड, जिसके चलते उसकी तबियत और ज्यादा बिगड़ गई। मामले को गंभीर होता देख पीड़ित अपनी पत्नी को एक निजी अस्पताल में इलाज के लिए ले गया।

पत्नी की स्थिति देख डॉक्टर ने तत्काल ही उसका ऑपरेशन किया, जहाँ प्रसूता ने इक बच्ची को जन्म दिया। जहाँ इक तरफ उस छोटी सी बच्ची जन्म होने के तुरंत बाद मशीन मे रखा गया है तो वही प्रसूता की भी हालत गंभीर बनी हुई है।

प्रसूता के पति नवीन का कहना है की अगर आम लोगो को जब प्राइवेट हॉस्पिटल मे ही इलाज कराना है तो फिर ऐसे सरकारी हॉस्पिटलों का क्या फायदा। जहाँ इलाज के नाम पर इंसान की जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जाता है।