DRDO ने बनाया एंटी ड्रोन सिस्टम, ध्वनि रहित ड्रोन भी पकड़े जा सकेंगे, पाकिस्तानी ड्रोन षड्यंत्र पर कसेगा शिकंजा

National

सेंसर आधारित तकनीक पर करेगा काम

यह सिस्टम सेंसर आधारित तकनीक पर काम करेगा। इसे जल्द ही भारत-पाक सीमा लगाया जाएगा। अभी इसका परीक्षण चल रहा है। इसे सीमा पर बड़े स्तर पर लगाने के लिए भारत सरकार कुछ बड़ी कंपनियों से अनुबंध कर चुकी है। पंजाब से सटी पाकिस्तान की सीमा पर लगने वाला यह पहला एंटी ड्रोन सिस्टम होगा।

जम्मू में एयरबेस पर हमले के बाद महसूस हुई जरूरत

दरअसल, जम्मू-कश्मीर में एयरबेस पर आतंकी हमले के बाद एंटी ड्रोन सिस्टम की जरूरत महसूस हुई थी। आतंकियों ने विस्फोटक गिराने के लिए छोटे ड्रोन का इस्तेमाल किया था। इसके बाद से सीमा पार से ड्रोन गतिविधियां बढ़ रही थीं। यह अलग बात है कि चौबीस घंटे सीमा पर तैनात बीएसएफ के प्रहरियों ने इन ड्रोन को आगे नहीं आने दिया। एंटी ड्रोन सिस्टम सीमा पार से आने वाले किसी भी ड्रोन को नष्ट करने में सक्षम है।

बीएसएफ के अधिकारियों के अनुसार डीआरडीओ द्वारा विकसित की गई इस तकनीक का सघन परीक्षण चल रहा है। सुरक्षा से जुड़ा मामला होने के कारण बीएसएफ के अधिकारी सिस्टम के बार में अधिक जानकारी साझा नहीं कर रहे हैं, लेकिन वह मानते हैं कि ड्रोन हमलों को रोकने में यह तकनीक कारगर साबित होगी। हालांकि परीक्षण के दौरान पूरी तरह आश्वास्त होने के बाद इस सिस्टम को सीमा पर लगाया जाएगा।

तकनीक में आया बदलाव

ड्रोन की तकनीक में भी बीते कुछ समय में काफी बदलाव आ गया है। पहले तेज आवाज करने वाले ड्रोन थे, लेकिन अब ध्वनि रहित ड्रोन भी सारपार से भेजे जा रहे हैं। कोहरे के सीजन में ड्रोन दिखाई भी नहीं देते, लेकिन इस अत्याधुनिक एंटी ड्रोन सिस्टम से दुश्मन के ड्रोन बच नहीं सकेंगे।

दस मिनट में कहीं भी लगा सकेंगे

नया सिस्टम दस मिनट में अंतर्राष्ट्रीय सीमा में स्थापित किया जा सकेगा। इसे कहीं भी लाना और ले जाना आसान होगा। यह एक ही समय में एक से अधिक ड्रोन को पकड़ने में सक्षम है।

-एजेंसी