‘मोर कभी भी संभोग नहीं करते। उनकी संतानें कैसे होती हैं? वे रोते हैं, आंसू गिरते हैं, मोरनी उस आंसू को पीती है और उससे उन्हें संतान होती है।’ ये बात मंच से एक मशहूर कथावाचक ने कही। उनका वीडियो भी सोशल मीडिया पर उपलब्ध है। वह कहती हैं कि इसीलिए कृष्ण भगवान मोर पंख लगाते हैं।
अब जरा गूगल पर सर्च कीजिए तो आपको मोर-मोरनी के संबंध बनाने को लेकर कई तरह की जिज्ञासाएं और सवाल मिल जाएंगे। जैसे- मोर एक पक्षी है जो अंडे नहीं देता, मोर के बच्चे कैसे जन्म लेते हैं, क्या सच में मोर के आंसू पीने से मोरनी गर्भवती हो जाती है, क्या मोर सच में कभी सहवास नहीं करता, क्या मोर के आंसू पीने से मोरनी गर्भवती होती है?
इन सभी प्रश्नों का उत्तर यह है कि मोर और मोरनी भी दूसरे जानवरों और इंसानों की तरह ही प्रजनन करते हैं। मोबाइल कैमरा आने से पहले तक कम लोग यह देख पाते थे इसलिए अफवाहों को बल मिलता गया। हालांकि वैज्ञानिकों ने कभी भी इसे सही नहीं बताया। एक दिलचस्प बात, जिसके बारे में आपको जानना चाहिए कि कुछ पक्षी खास तरह का ‘किस’ कर संभोग करते हैं। इसे अंग्रेजी में cloacal kiss कहते हैं।
मोर के आंसू पीकर मोरनी के गर्भवती होने की बात बेबुनियाद है। प्रजनन का तरीका बाकी पक्षियों की तरह ही होता है। मोर सहित सभी पक्षी संबंध बनाते हैं तो नर पक्षी मादा की पीठ पर सवार होता है। इसी दौरान नर अपना स्पर्म मादा के शरीर में ट्रांसफर कर देता है।
हर बार पक्षियों के संभोग में 15 सेकेंड तक का वक्त लगता है। मेल और फीमेल अपने क्लोका को एक साथ कुछ समय तक दबाए रहते हैं। दिल्ली के जानेमाने वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर विनोद गोयल ने मोर-मोरनी के संबंध बनाने की कई तस्वीरें ली हैं।
कैसे मोर और मोरनी एक दूसरे के करीब आते हैं
आज आप यह भी समझ लीजिए कैसे मोर और मोरनी एक दूसरे के करीब आते हैं। मोरनी को देखकर मोर डांस करने लगता है। मोरनी उसे हर तरह से देखती है।
आकर्षित होने पर ही वह उसके सामने आती है। इसके बाद 9 से 15 सेकेंड की ‘क्लॉकल किस’ की प्रक्रिया शुरू होती है। सिविल सेवा में रहे विनोद गोयल लिखते हैं कि जब एक कपल मेटिंग में व्यस्त रहता है तो दूसरा मोर जिज्ञासा भरी नजरों से करीब आता है कि आखिर चल क्या रहा है। वह उनके पीछे से छिपकर देखता है। एक फोटोग्राफर होने के नाते वह लिखते हैं कि मेटिंग की तस्वीरों को कैमरे में कैद करना काफी धैर्य और समय लेता है।
Compiled: up18 News